आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की पीड़िता की मां ने एक भावुक पत्र लिखकर धन्यवाद दिया है. उन्होंने पत्र में लिखा… मैं तिलोत्तमा की मां हूं, आज शिक्षक दिवस पर मैं अपनी बेटी की ओर से उसके सभी शिक्षकों को सलाम करती हूं. उसका बचपन से ही डॉक्टर बनने का सपना था. आप उस सपने के पीछे प्रेरक शक्ति थे. हम अभिभावक के रूप में उनके साथ रहे हैं. उसने खुद काफी मेहनत की थी.
पीड़िता की मां ने न्याय की लड़ाई के लिए बड़े पैमाने पर समाज से समर्थन मांगा है. उन्होंने लिखा, मुझे लगता है, क्योंकि उसे आप जैसे अच्छे शिक्षक मिले, इसलिए वह डॉक्टर बनने का अपना सपना पूरा कर सकी. फिर डिग्री आई, मेरी बेटी कहती थी, मां मुझे पैसे की जरूरत नहीं है.
पीड़िता की मां ने चिट्ठी में कहा, "बस मेरे नाम के आगे बहुत सारी डिग्रियां चाहिए और क्या मैं इतने सारे मरीजों को ठीक कर सकती हूं. एक मां के रूप में, सभी मेडिकल कॉलेज के शिक्षकों, डॉक्टरों, स्वास्थ्य अधिकारियों, नर्सिंग स्टाफ से विनम्र अनुरोध, यदि आपके पास कोई जानकारी और सबूत है, तो कृपया इसे सामने लाएं. क्योंकि मुझे लगता है कि कुछ अच्छे लोगों की चुप्पी से अपराधियों का हौसला बढ़ता है.
पीड़िता की मां ने चिट्ठी में कहा, "मेडिकल सोसायटी और आम लोगों के आंदोलन के साथ खड़े होने के संदेश के साथ और लड़की के लिए न्याय की उम्मीद करते हुए शिक्षक दिवस पर सभी शिक्षकों को सलाम.’’ बता दें कि, डॉक्टर ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा था कि पुलिस झूठ बोल रही है. मेडिकल वार्ड में किसी तरह की एसओपी का पालन नहीं किया गया था.