बिहार उपचुनाव में इमामगंज विधानसभा सीट पर NDA समर्थित उम्मीदवार दीपा मांझी ने भारी मतों से जीत हासिल की है। उन्होंने यहां RJD प्रत्याशी रौशन मांझी को बड़े अंतर से हराया है। अंतिम मतगणना के बाद दीपा मांझी ने कुल 53,417 वोट प्राप्त किए, जबकि रौशन मांझी को 47,472 वोट मिले। इस तरह, दीपा मांझी ने 5,945 वोटों से विजय प्राप्त की।
जन सुराज के प्रत्याशी की हार
जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार जितेंद्र पासवान को इमामगंज विधानसभा में केवल 37,082 वोट मिले। हालांकि, इस परिणाम की औपचारिक घोषणा अभी बाकी है। दीपा मांझी बिहार सरकार के मंत्री संतोष सुमन की पत्नी और केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी की बहू हैं।
जीत के बाद खुशी का माहौल
दीपा मांझी की जीत की खबर मिलते ही उनके समर्थकों ने घर पर जमकर जश्न मनाया। गोदावरी स्थित उनके आवास पर पटाखों की धूम मच गई। इस अवसर पर दीपा मांझी ने कहा, "हमारी जीत इमामगंज की जनता की जीत है। यह जनता के विश्वास की जीत है।" उन्होंने अपने क्षेत्रवासियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि वे जनता की सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ेंगी और क्षेत्र के विकास के लिए निरंतर काम करेंगी।
आगे के काम पर जोर
दीपा मांझी ने अपनी जीत को इमामगंज विधानसभा के विकास से जोड़ते हुए कहा, "अभी कुछ काम बाकी हैं, जिन्हें हम पूरी तन्मयता से पूरा करेंगे। हमारी कोशिश रहेगी कि इमामगंज की जनता को सरकारी योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ मिले।" उन्होंने यह भी बताया कि सिर्फ इमामगंज ही नहीं, बेलागंज विधानसभा में भी एनडीए की जीत हुई है और इसके लिए वे जनता का आभार व्यक्त करती हैं।
एनडीए की जीत पर मंत्री संतोष सुमन का बयान
बिहार सरकार के मंत्री संतोष सुमन ने एनडीए की जीत को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि बिहार में 4 सीटों पर एनडीए को बढ़त प्राप्त है। उन्होंने यह भी कहा कि 2025 में होने वाले विधानसभा चुनावों में भी एनडीए की जीत पक्की है। उनका मानना है कि जनता का एनडीए पर विश्वास मजबूत हो चुका है।
बेलागंज में भी एनडीए की बढ़त
इमामगंज के साथ-साथ बेलागंज विधानसभा में भी एनडीए ने अपनी बढ़त बनाए रखी है। 10वें राउंड के बाद, जदयू की उम्मीदवार मनोरमा देवी 18,527 वोटों से आगे चल रही हैं। हालांकि, इस परिणाम की औपचारिक घोषणा अभी बाकी है।
लोकतंत्र की जीत: रौकी यादव का बयान
बेलागंज विधानसभा से अपनी मां की जीत पर रौकी यादव ने कहा कि यह लोकतंत्र की जीत है। उन्होंने कहा, "जनता ने यह साबित कर दिया है कि नेता का चयन अब उनके हाथों में है।" रौकी ने यह भी कहा कि आने वाले 10 महीनों में तेज गति से विकास कार्य शुरू किया जाएगा, ताकि जनता को बेहतर सेवा दी जा सके।
इमामगंज और बेलागंज दोनों ही विधानसभा क्षेत्रों में एनडीए की जीत ने यह साबित कर दिया है कि जनता का विश्वास इस गठबंधन पर मजबूत है। यह परिणाम बिहार में आगामी चुनावों के लिए एक महत्वपूर्ण संकेतक हो सकता है।