प्रशासन द्वारा समाजवादी पार्टी के नेताओं को संभल में जाने से रोका जा रहा है, और इसी कारण सपा नेता रविदास मेहरोत्रा ने विरोध के तौर पर धरना शुरू कर दिया है। सपा नेता का कहना है कि संभल में जांच आयोग द्वारा की जा रही जांच पर असर डाला जा रहा है। मेहरोत्रा का आरोप है कि डीएम और एसएसपी ने जनता पर दबाव डाला है, जिससे बयान बदलने के प्रयास हो रहे हैं। उनकी मांग है कि HC के मौजूदा न्यायधीश से जांच कराई जाए। उन्होंने यह भी कहा कि डीएम और एसएसपी को हटाया जाए, ताकि निष्पक्ष जांच हो सके।
सपा नेताओं का संभल दौरे पर विवाद
संभल में हुई हिंसा के बाद समाजवादी पार्टी के कई नेता अपने दौरे की योजना बना रहे थे, लेकिन प्रशासन ने फिलहाल बाहरी नेताओं के इलाके में आने पर रोक लगा दी है। कलेक्टर ने कहा कि शांति स्थापित हो चुकी है और जनजीवन सामान्य हो रहा है। अगर अब कोई नेता यहां आता है, तो यह स्थिति को और बिगाड़ सकता है। प्रशासन का कहना है कि जब स्थिति पूरी तरह से सामान्य हो जाएगी, तब नेताओं का स्वागत किया जाएगा।
सपा नेताओं का पुलिस से विरोध
संभल में सपा नेताओं के दौरे पर रोक के बाद पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है। सपा प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल और नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय के आवासों पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। इन नेताओं ने पहले भी यात्रा की योजना बनाई थी, लेकिन पुलिस और प्रशासन के विरोध के बाद उन्हें रोक दिया गया था। अब, ये नेता फिर से अपने दौरे पर जाने का मन बना चुके हैं।
माता प्रसाद पांडेय की प्रतिक्रिया
नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि जब वे पहले संभल जाने की योजना बना रहे थे, तब उन्हें डीजीपी ने तीन दिन रुकने को कहा था। अब वे फिर से संभल जाने की तैयारी कर रहे हैं और इस बार पुलिस द्वारा बार-बार रोके जाने पर वे स्थिति को लेकर निर्णय लेंगे। उनका कहना है कि वे हिंसा या अशांति फैलाने नहीं जा रहे हैं, बल्कि वहां के लोगों से मिलकर स्थिति का जायजा लेंगे।
अखिलेश यादव का बीजेपी पर हमला
संभल में सपा के नेताओं के प्रवेश पर रोक को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर तीखा हमला किया है। उनका कहना है कि बीजेपी की सरकार की नाकामी का नतीजा यह है कि ऐसी स्थितियां बन रही हैं, जहां नेताओं को रोकने के लिए प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं। यादव ने कहा कि यदि सरकार समय रहते दंगों का खामियाजा भुगतने वालों पर कार्रवाई करती तो स्थिति इतनी बिगड़ती नहीं। उन्होंने यह भी मांग की कि प्रशासन के सभी अधिकारियों को निलंबित किया जाए और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
सपा नेताओं का आरोप: गलत कामों को छिपाया जा रहा है
माता प्रसाद पांडेय ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने संभल में कई गलत काम किए हैं और अब सपा नेताओं को वहां जाने से रोक कर यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सच्चाई सामने न आ सके। उनका कहना था कि प्रशासन केवल भ्रम फैलाने का काम कर रहा है, और अगर उन्हें रोका जाएगा तो वे अपनी अगली रणनीति की घोषणा करेंगे।
संभल में प्रशासन और समाजवादी पार्टी के नेताओं के बीच खींचतान लगातार बढ़ती जा रही है। सपा के नेता जहां प्रशासन पर निष्पक्षता की कमी का आरोप लगा रहे हैं, वहीं प्रशासन स्थिति को सामान्य करने के प्रयास में जुटा हुआ है। यह विवाद आगामी दिनों में और अधिक तूल पकड़ सकता है, और सपा नेताओं की यात्रा और उनके द्वारा की जाने वाली कार्यवाही इस मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।