मुंबई में बीजेपी विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से देवेंद्र फड़णवीस को बीजेपी विधायक दल का नेता चुना गया है। वह महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री होंगे। फडणवीस 5 दिसंबर यानी कल तीसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। शपथग्रहण समारोह का भव्य आयोजन आजाद मैदान में किया गया है। वहीं, देवेंद्र फडणवीस के साथ अजित पवार और एकनाथ शिंदे डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगे। इस बीच शपथ समारोह के निमंत्रण पत्र की तस्वीर सामने आ गई है।
दरअसल, महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह के लिए राज्य सरकार ने निमंत्रण पत्र जारी कर दिया है। इस निमंत्रण पत्र में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के तौर पर देवेन्द्र फड़णवीस का नाम लिखा हुआ है। बता दें कि, नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में कुल 70 से ज्यादा वीवीआईपी नेता शामिल होंगे। इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, धर्मयोद्धा श्री सुरेश चव्हाणके जी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, राजमार्ग एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी समेत कई दिग्गज शामिल होंगे।
400 साधु-संतों को निमंत्रण
इसके अलावा महाराष्ट्र की नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के लिए बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों को भी निमंत्रण भेजा गया है। इस शपथ ग्रहण समारोह की खास बात यह है कि इसमें देशभर से 400 साधु-संतों को भी निमंत्रण भेजा गया है। इसके अलावा विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों को भी निमंत्रण भेजा गया है. महाराष्ट्र के सभी वाणिज्य दूतावासों को भी निमंत्रण भेजा गया है।
एक हैं तो सेफ हैं... मोदी है तो मुमकिन है
बीजेपी विधायक दल की बैठक में राज्य का मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद अपने धन्यवाद संबोधन में देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि एक है तो सलामत है, मोदी है तो मुमकिन है। उन्होंने एकनाथ शिंदे का भी आभार व्यक्त किया। देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि नतीजों से साफ हो गया है कि अगर हम एकजुट हैं तो सुरक्षित हैं। महाराष्ट्र में हमारी एकतरफा जीत हुई है। मैं इस जनादेश के लिए आभारी हूं। मेरा समर्थन करने के लिए एकनाथ शिंदे और अजीत पवार को धन्यवाद।'
आपको बता दें कि 288 सदस्यों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में महायुति ने 233 सीटों पर जीत हासिल की है, जिसमें बीजेपी की 132 सीटें, शिंदे शिवसेना की 57 सीटें और एनसीपी की 41 सीटें शामिल हैं। बीजेपी ने इस बार चुनाव में 149 उम्मीदवार उतारे थे। जबकि शिवसेना ने 81 और एनसीपी ने 59 उम्मीदवारों को टिकट दिया था। जबकि विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी को सिर्फ 49 सीटें ही मिल सकीं, जिनमें से सबसे ज्यादा उद्धव ठाकरे की शिवसेना (20 सीटें) को मिली। इसके अलावा कांग्रेस 16 सीटें और शरद पवार की एनसीपी 10 सीटें जीतने में सफल रही।