कांग्रेस सांसद और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने आज संसद में संविधान पर हो रही चर्चा के दौरान भाजपा और वीर सावरकर के खिलाफ हमला किया। उन्होंने सावरकर के बयानों का उल्लेख करते हुए सावरकर पर सवाल उठाया। राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा कि अगर भाजपा वीर सावरकर को अपना आदर्श मानती है, तो क्या वे उनके संविधान के बारे में दिए गए बयान को सही ठहराएंगी?
राहुल के इस बयान के बाद भाजपा ने भी पलटवार किया। भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने राहुल गांधी के बयान को गलत बताते हुए निशाना साधा।
निशिकांत दुबे का जवाब और राहुल का बयान
भाषण के दौरान भाजपा नेता निशिकांत दुबे ने यह कहा कि इंदिरा गांधी खुद सावरकर की सराहना करती थीं। इस पर राहुल गांधी ने जवाब देते हुए कहा कि उन्होंने एक बार अपनी दादी इंदिरा गांधी से सावरकर के बारे में पूछा था, तब उन्होंने बताया था कि सावरकर ने जेल से रिहाई पाने के लिए अंग्रेजों से माफी मांगी थी।
रिजिजू ने राहुल पर लगाए झूठ बोलने का आरोप
राहुल के बयान के बाद किरेन रिजिजू ने ट्वीट किया और आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने संसद में झूठ बोला। उन्होंने इस संबंध में इंदिरा गांधी का एक पुराना पत्र जारी किया, जिसमें इंदिरा गांधी ने सावरकर को भारत का महान पुत्र बताया था। यह पत्र 1980 का था और रिजिजू ने इसे राहुल गांधी के लिए प्रमाण स्वरूप जारी किया।
पत्र में क्या था?
रिजिजू द्वारा साझा किए गए पत्र में इंदिरा गांधी ने वीर सावरकर की जयंती पर उन्हें सम्मानित करते हुए उन्हें भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का महान नेता बताया था।
सावरकर के बयानों पर राहुल का हमला जारी
राहुल गांधी ने आगे कहा कि सावरकर ने भारतीय संविधान को लेकर विवादित टिप्पणियां की थीं। उनका मानना था कि संविधान में भारतीयता का अभाव है और इसे मनुस्मृति से बदलना चाहिए। राहुल ने सवाल उठाया कि क्या भाजपा अब सावरकर के इन बयानों को सही ठहराएगी?