पश्चिम बंगाल के हावड़ा के संतरागाछी और शालीमार स्टेशन के बीच दो ट्रेनें आपस में टकरा गईं। संतरागाछी से शालीमार जा रही संतरागाछी-तिरुपति एक्सप्रेस (जो खाली थी) और शालीमार से एक इंजन और दो बोगियां साइड लाइन पर चल रही थी। दोनों ट्रेनें आमने-सामने आकर टकरा गईं, जिसके कारण तीन बोगियां पटरी से उतर गईं।
प्रभावित ट्रेनों की आवाजाही
इस दुर्घटना के कारण सालिमर-संतरागाछी रूट पर ट्रेनों की आवाजाही पूरी तरह से प्रभावित हुई है। हादसे के बाद कुछ ट्रेनों के समय में बदलाव किया गया है। तिरुपति एक्सप्रेस की दो बोगियां और दूसरी ट्रेन का एक डिब्बा पटरी से उतरने के कारण रेलवे अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर पटरी से उतरी बोगियों को हटाने का काम शुरू कर दिया है। इस घटना की जांच भी चल रही है, और ट्रेनों का परिचालन जल्दी सामान्य करने की कोशिशें की जा रही हैं।
महाराष्ट्र में हुआ था भीषण हादसा
हाल ही में महाराष्ट्र के जलगांव जिले में भी एक दर्दनाक ट्रेन दुर्घटना हुई थी। 22 जनवरी 2025 को हुए हादसे में 13 लोगों की जान चली गई और 10 अन्य घायल हो गए। पुष्पक एक्सप्रेस के ब्रेक लगने के बाद उसके पहियों से चिनगारी निकलने लगी थी, जिससे यात्रियों के बीच अफरातफरी मच गई। इससे घबराए यात्रियों ने ट्रेन की चेन खींच कर पटरियों पर कूदने की कोशिश की। इसी दौरान कई लोग तेज गति से आ रही कर्नाटक एक्सप्रेस के चपेट में आ गए।
रेलवे बोर्ड ने शुरू की जांच
इस हादसे के बाद रेलवे बोर्ड ने अपनी जांच शुरू कर दी है। 23 जनवरी को पांच वरिष्ठ अधिकारियों की टीम ने मामले की जांच शुरू की और इस दुर्घटना में मारे गए यात्रियों के परिवारों को डेढ़ लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की। वहीं, गंभीर रूप से घायल यात्रियों को 50 हजार रुपये का मुआवजा देने का निर्णय लिया गया।