वीर शिरोमणि महाराणा सांगा जी के सपा सांसद द्वारा किए गए अपमान का मुद्दा विपक्ष के लिए भारी पड़ता जा रहा है। इसी क्रम में गुजरात में कांग्रेस की एक मीटिंग में एक बड़े हंगामे की खबर है। यहाँ पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन के दौरान उसके कार्यकर्ता आपस में उलझ पड़ें। हंगामा इतना बढ़ गया कि लात-घूसे भी चले। घटना बुधवार (9 अप्रैल 2025) की है।
बताते चले कि बुधवार को गुजरात के कर्णावती (अहमदाबाद) में कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन चल रहा था, इसी दौरान खाने की टेबल के पास बहस इतनी बढ़ गई कि हाथापाई, चिल्ल-पों और कुर्सियाँ हवा में उड़ती दिखीं। दरअसल, गुजरात और राजस्थान के राजपूत ठाकुर नेताओं ने कांग्रेस की नीतियों के खिलाफ बगावत का बिगुल फूँक दिया है। महाराणा सांगा जी बनाम बाबर की गूंज ने आज कांग्रेस के भीतर भूचाल ला दिया है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में बुधवार को जो हुआ वो पार्टी के लिए झटका साबित हो सकता है। राणा साँगा और बाबर के विवाद को लेकर राजपूत नेताओं का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने साफ कहा कि यह सिर्फ एक ऐतिहासिक बहस नहीं है, बल्कि उनके समाज की अस्मिता का सवाल है।
उत्तर प्रदेश से आए ठाकुर नेताओं ने भी इस मुद्दे का समर्थन किया और कांग्रेस पर हिंदू भावनाओं को ठेस पहुँचाने का आरोप लगाया। इस पूरे विवाद की चिंगारी समाजवादी पार्टी के सांसद राम लाल सुमन ने लगाई, और इसके बाद कांग्रेस का कामकाज ठप हो गया।
अधिवेशन में राजपूत नेताओं ने खुले मंच से कहा- “हमने बीजेपी से नाराज़ होकर कांग्रेस का समर्थन किया, लेकिन अब कांग्रेस ने खुद को ही नुकसान पहुँचा लिया है।” अधिवेशन में बोर्ड की भूमिका पर चर्चा शुरू हुई तो वहां भी हंगामा कम नहीं हुआ।
यह स्पष्ट है कि कांग्रेस की रणनीतिक स्थिति खतरे में है और यह घटनाक्रम लोकसभा चुनावों से ठीक पहले पार्टी की छवि पर गंभीर सवाल खड़े करता है। राजपूत समाज का समर्थन खोना कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है।