उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ से एक घर वापसी की खबर सामने आई है। यहां एक मुस्लिम लड़की ने अपनी मर्जी से इस्लाम को छोड़कर सनातन धर्म को अपनाया और हिंदू रीति-रिवाज से शादी कर घर वापसी की है। जिसके बाद उसने अपना नाम भी बदल लिया है। यह मामला गुरुवार (17 अप्रैल 2025) का है।
यह मामला मुबारकपुर थाना क्षेत्र का है। बताया जा रहा है कि सदमा नूरी और राजा बाबू प्रजापति पिछले कुछ महीनों से प्रेम संबंध में थे। दोनों की मुलाकात मोहल्ले में हुई थी और फरवरी 2025 से इनका प्रेम परवान चढ़ने लगा। लेकिन अलग-अलग धर्मों से होने के कारण उनके रिश्ते में कई सामाजिक और धार्मिक बाधाएं थीं। इसके बावजूद दोनों ने एक-दूसरे से जीवन भर साथ निभाने का फैसला किया। राजा बाबू विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के सदस्य हैं और उन्होंने संगठन से मदद ली।
गुरुवार को पहले दोनों ने कोर्ट मैरिज की और फिर शहर के पुरानी कोतवाली क्षेत्र स्थित शिव मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पारंपरिक हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार शादी की। इस मौके पर विहिप के सदस्यों ने साक्षी के रूप में उपस्थित होकर नवदंपति को आशीर्वाद दिया। शादी के दौरान राजा बाबू ने रानी की मांग में सिंदूर भरा, दोनों ने सात फेरे लिए और जयमाला पहनाकर अपने नए जीवन की शुरुआत की।
शादी के बाद सदमा नूरी ने अपना नाम बदलकर 'रानी' रख लिया। इस मौके पर राजा बाबू के परिवार के सदस्य उपस्थित थे, हालांकि रानी के परिजन विवाह समारोह में शामिल नहीं हुए। इसके बावजूद नवविवाहित जोड़ा बेहद खुश नजर आया।
विहिप के गोरखपुर प्रांत संयोजक गौरव रघुवंशी ने बताया कि राजा बाबू उनके सक्रिय कार्यकर्ता हैं। उन्होंने प्रेम विवाह की इच्छा जताई थी और संगठन ने उन्हें धर्म की बाधाओं को पार करने में सहयोग दिया। उन्होंने कहा कि यह विवाह दोनों की सहमति से हुआ और समाज को एक सकारात्मक संदेश देता है।