देशभर में लव जिहाद के मामले लगातार सामने आ रहे हैं, लेकिन इस बार मामला सिर्फ झूठी मोहब्बत तक सीमित नहीं, बल्कि एक पूरी जिहादी सोच और साज़िश को उजागर करता है। बिहार के लखीसराय जिले में शिक्षा विभाग के कर्मचारी लिपिक कमाल अशरफ ने 13 साल तक हिंदू युवती को शोषण व धर्मांतरण के लिए प्रताड़ित किया है। यह घटना मंगलवार (15 अप्रैल 2025) की है।
दरअसल, सूर्यगढ़ा थाना क्षेत्र के शिक्षा विभाग में संविदा पर बहाल पूर्व एक कनीय पदाधिकारी ने शिक्षा विभाग स्थापना शाखा के लिपिक कमाल अशरफ पर यौन शोषण करने एवं धर्मांतरण के लिए प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया गया है। पीड़िता ने कमाल अशरफ पर तेरह वर्षों तक यौन शोषण करने, धर्मांतरण करने,नवाज पढ़ने ,गौ मांस खाने एवं एक अन्य शिक्षक के साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।
घटना को लेकर पीड़िता ने बताई की कमान अशरफ ने खुद को साल 2012 में सुमीत कुमार बताकर उसे प्रेम जाल में फंसाया। उस समय पीड़िता का उम्र महज 16 वर्ष थी। उस वक्त कमाल के नाम से उच्च विद्यालय अलीनगर में किरानी के रूप में कार्य करता था। पीड़िता ने यह भी बताया कि आरोपी नमाज़ पढ़ने, इस्लामी तौर-तरीके अपनाने, गौमांस खाने, और यहां तक कि एक अन्य मुस्लिम शिक्षक के साथ संबंध बनाने के लिए भी उस पर दबाव डालता था और उसके ना बोलने पर बेरहमी से मारता भी था।
पीड़िता ने आगे यह भी बताया कि यौन शोषण के चलते उसे गर्भ भी ठहर गया और एक पुत्र का जन्म हुआ। लेकिन आरोपी ने उसे बार-बार धमकाकर चुप रखा। हालांकि सूर्यगढ़ा थाना में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद एसपी अजय कुमार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीपीओ शिवम कुमार को जांच का निर्देश दिया है। एसपी ने बताया कि जांच में जो भी मामला आएगा। पुलिस कठोर कार्रवाई करेगी। बता दें कि, कमाल अशरफ शिक्षा विभाग के स्थापना शाखा में लिपिक के पद पर प्रतिनियुक्त है। फिलहाल कमाल अशरफ को स्थापना से पब्लिक उच्च विद्यालय विरमित कर दिया गया है।