कल बॉलीवुड प्रेमियों के लिए एक बड़े नाम कहे जाने वाले अभिनेता जगदीप का एक लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। न सिर्फ मुंबई में मौजूद बॉलीवुड वाले इस घटना से दुखी हो गए बल्कि दुनियाभर के तमाम बॉलीवुड प्रेमियों ने या तो उन्हें जगदीप नाम से और यादों में सुरमा भोपाली के नाम से अपने अपने शब्दों में श्रद्धांजलि देना शुरू कर दिया। इन की मृत्यु लगभग 82 वर्ष की उम्र में हुई जो लंबे समय से बीमारी से ग्रसित थे। लेकिन बहुत कम लोगों को पता है कि कई अन्य अभिनेता और अभिनेत्रियों की तरह यह असल में हिंदू नहीं थे बस हिंदू नाम रख कर इन्होंने अपने पूरे कैरियर को बनाया सजाया और संवारा। गौर करने योग्य है कि जगदीश नाम से बॉलीवुड में चर्चित ये कलाकार असल में मुस्लिम संप्रदाय से थे।
यह बात कही ओ को हैरान कर देने वाली थी। अंतिम समय तक हिंदू नाम रख कर जीने वाले असल में मुस्लिम संप्रदाय स्वीकार कर लेने वाले ऐसे लोगों की फेहरिस्त बहुत लंबी है जिसमें दिव्या भारती जैसे नाम भी शामिल थे। फिलहाल जाते हैं जगदीप के बारे में।जगदीप का असली नाम सैयद इश्तियाक अहमद जाफरी था। वे जावेद जाफरी के पिता थे। जगदीप के दोस्त प्रोड्यूसर महमूद अली ने बताया कि बांद्रा स्थित घर में करीब 8.30 बजे उनकी मौत हो गई। वह बुढापे के चलते हुई बीमारियों से लंबे समय से परेशान चल रहे थे।जगदीप उर्फ सैयद इश्तियाक अहमद को आज सुबह 9 जुलाई को मुंबई के मुस्तफा बाजार मझगांव सिया कब्रिस्तान सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। इस समय कोरोनावायरस के चलते सोशल डिस्टेंसिंग न्यूज़ लोगों की मौजूदगी का ध्यान भी रखा जाएगा।
1975 में आई शोले में निभाए गए सूरमा भोपाली के किरदार ने उन्हें बॉलीवुड में मशहूर किया था। इस किरदार के नाम पर 1988 में भी फिल्म बनी, उसमें भी मुख्य भूमिका सैय्यद ने ही निभाई। इसके अलावा ब्रह्मचारी, नागिन और अंदाज अपना-अपना जैसी फिल्मों में उनकी कॉमेडी को काफी पसंद किया गया। चाहने वालों में जगदीप सूरमा भोपाली के अपने इस किरदार के लिए ही मशहूर थे। सैय्यद ने ने 1951 से अफसाना फिल्म से डेब्यू किया था। इसमें वे चाइल्ड एक्टर थे। इसके बाद उन्होंने दो बीघा जमीन में कॉमेडी रोल निभाया था। उन्होंने 400 से ज्यादा फिल्मों में काम किया।