मदरसे से आए दिन बलात्कार की ख़बरें सामने आती है, जहाँ मौलवी के द्वारा कभी बच्चों का शारीरिक शोषण तो कभी बच्चियों के बलात्कार की घटना को अंजाम दी जाती है। शिक्षक के नाम पर कलंकित लोग अपनी मर्यादा को भी ध्यान में नहीं रखते है। मदरसों के बारे में यह बात कही जाती है की जन्नत का रास्ता यहीं से खुलता है, अब सवाल यह उठता है की क्या इसी शर्मनाक हरकत हो यह मजहब जन्नत कहता है?
लोगों की ऐसी ही प्रतिक्रिया सामने आ रही है। मदरसों के बारे में प्रचार किया जाता है कि मदरसों में बच्चों को संस्कार दिए जाते हैं, दीनी तालीम सिखाई जाती है। मदरसा को तालीम का पाक स्थल माना जाता है। लेकिन उसी मदरसे में अगर 5 साल की बच्चे के साथ बलात्कार हो जाए तो कई सवाल उठने शुरू हो जाते हैं। दरअसल कस्बा निवासी एक पांच वर्षीय बालक गुरुवार की सुबह मदरसे में पढ़ने गया था। उसी समय मोहल्ला खैल निवासी सोहेल पुत्र अकबर बच्चे को बहला-फुसलाकर मदरसे में ऊपरी मंजिल पर ले गया और कुकर्म किया। बच्चे की हालत खराब होने पर आरोपित वहां से चला गया।
मोहल्ले के लोगों ने आरोपित को फोन कर कस्बे में बुलाया और उसकी पिटाई की। बच्चे के चाचा ने मुकदमा दर्ज कराया। आरोपित युवक करीब एक साल पहले भी कुकर्म के मामले में जेल जा चुका है। गुरुवार को घटना के बाद वह उक्त मुकदमे के सिलसिले में कैराना कोर्ट चला गया था।