पिछले एक साल में हृदय रोग और हार्ट अटैक के मामलों ने लोगों को खौफ से भर दिया है. खराब होती लाइफस्टाइल, काम का बढ़ता प्रेशर और गड़बड़ खानपान की वजह से हार्ट लगातार कमजोर होता जा रहा है.
भारत में 12 साल के बच्चों से लेकर 45 साल तक की उम्र के लोगों को हार्ट अटैक से मौत हो रही है. दरअसल, दुनियाभर में दिल की बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं. ऐसे में दिल की सेहत का ख्याल रखना बहुत जरूरी है, खासकर हार्ट पेशेंट्स को.
हार्ट डिजीज में कई चीजों से परहेज करने की सलाह दी जाती है. इनमें शराब भी शामिल है. हार्ट अटैक की सबसे बड़ी वजह अल्कोहल है. बता दें कि शराब पीने से ब्लड प्रेशर तेजी से बढ़ सकता है, जिससे हाइपरटेंशन का खतरा रहता है.
दरअसल, अल्कोहल सीधे तौर पर हार्ट सिस्टम को प्रभावित करती है. यह न सिर्फ ब्लड सर्कुलेशन को बाधित करती है, बल्कि दिल की धड़कन और ब्लड प्रेशर पर भी असर डालती है. इतना ही नहीं ज्यादा शराब पीने से दिल की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं, जिससे पंपिंग क्षमता कम हो जाती है.
लगातार हाई बीपी हार्ट अटैक और स्ट्रोक का कारण बन सकता है. शराब दिल की धड़कन को असामान्य कर सकती है, जिससे अचानक दिल का दौरा पड़ सकता है. अगर पहले से ही एरिथमिया की समस्या है तो शराब स्थिति बिगाड़ सकती है. लंबे समय तक शराब पीने वाले लोगों में हार्ट फेलियर की आशंका बढ़ जाती है. ऐसे में अलर्ट रहने की जरूरत है.