असम के दीमा हसाओ जिले के उत्रांगसो में फंसे खनिकों को बचाने के लिए भारतीय नौसेना ने एक विशेष टीम तैनात की है। इस टीम को तत्काल सहायता की आवश्यकता के बाद तैनात किया गया है। यह टीम एक अधिकारी और ग्यारह नाविकों से मिलकर बनी है, जिसमें गहरे पानी में डाइविंग और रिकवरी ऑपरेशंस में प्रशिक्षित क्लीयरेंस डाइवर्स शामिल हैं।
विशेषीकृत उपकरणों के साथ टीम की तैनाती
टीम को इस संवेदनशील मिशन के लिए पूरी तरह से सुसज्जित किया गया है। उनके पास गहरे पानी में डाइविंग के उपकरण और समुद्र के नीचे के रिमोटली ऑपरेटेड व्हीकल्स (ROVs) जैसे विशेष उपकरण शामिल हैं, जिनका इस्तेमाल खोज और बचाव कार्य में किया जाएगा।
सैन्य और स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय
यह बचाव प्रयास भारतीय सेना, एनडीआरएफ और स्थानीय नागरिक प्रशासन के साथ मिलकर किया जा रहा है, ताकि त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जा सके।
विशाखापट्टनम से एयरलिफ्ट द्वारा टीम की तैनाती
भारतीय नौसेना की टीम 7 जनवरी 2025 को विशाखापट्टनम से एयरलिफ्ट द्वारा उत्रांगसो पहुंची, जो भारतीय वायु सेना द्वारा करीबी समन्वय में की गई थी।
खोज और बचाव कार्य में तेजी
खोज और बचाव कार्य तेज़ी से चल रहा है, और सभी एजेंसियों के बीच नियमित सूचना का आदान-प्रदान किया जा रहा है ताकि एक सुसंगत और समय पर बचाव ऑपरेशन सुनिश्चित किया जा सके।
नौसेना की तत्परता और संकट में सहायता की प्रतिबद्धता
भारतीय नौसेना संकट के समय में त्वरित सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, और यह घटना इस बात का उदाहरण है कि नौसेना जानों की रक्षा करने और राष्ट्रीय आपात स्थितियों में सहायता प्रदान करने के लिए सशक्त रूप से तैयार रहती है।