विश्व हिंदू परिषद ने आज यानी 18 मार्च को नागपुर में हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है। नागपुर में अफवाह फैलाकर, हिंसा व आगजनी करने वाले जिहादियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही हो तथा औरंगजेब की कब्र के स्थान पर पूज्य धनाजी जाधव, संताजी घोरपडे , छत्रपति राजाराम महाराज जी का स्मारक बने।
विहिप के केंद्रीय संगठन महामंत्री मिलिंद परांडे ने घटना की तीव्र भर्त्सना करते हुए कहा है कि महाराष्ट्र के नागपुर में कल रात्रि को जो आगजनी और हमले की घटनाएं मुस्लिम समाज के एक वर्ग द्वारा जो की गईं वे पूर्णतः निंदनीय है। उन्होंने कहा कि हमारे युवा विभाग बजरंगदल के कार्यकर्ताओं के घरों पर हमले किए गए , उन्होंने हिंदू समाज के अनेक घरों को निशाना बनाया और महिलाओं को भी नहीं छोड़ा गया।
विश्व हिंदू परिषद इस सब की घोर शब्दों में निंदा करता है। यह बेहद शर्मनाक है कि एक तो यह झूठ फैलाया गया कि हिंदू समाज ने आयतें जलाई हैं और दूसरी ओर हिंसा भड़काने का कुत्सित प्रयास हुआ। ऐसे सभी समाज कंटक जिहादी उत्पतियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए।
विहिप महामंत्री ने यह भी कहा कि छत्रपति संभाजी महाराज नगर में जो औरंगजेब की कब्र है उसका महिमा मंडन बंद कर उसमें कोई सुधार करने का विषय भी नहीं सोचना चाहिए। अपितु उसकी जगह पर वहां औरंगजेब को जिन्होंने पराजित किया, ऐसे धनाजी जाधव और संताजी घोरपडे तथा साथ में ही छत्रपति श्री राजारामजी महाराज का एक विजय स्मारक बनाना चाहिए। जहां मराठों के साम्राज्य में औरंगजेब को पराजित करने का एक विजय स्तंभ बने, वही मांग विश्व हिंदू परिषद कर रही है और इसलिए ऐसे हिंसा में लगे हुए लोगों के विरुद्ध तुरंत कार्यवाही करके कठोर से कठोर रीति से इनका दमन करना चाहिए।