इनपुट - कुशाग्र मिश्रा, Twitter -@KushagraMish24
लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे पर अहम अपडेट आया है। 63 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे जून तक तैयार हो जाएगा, जिससे लखनऊ से कानपुर की यात्रा केवल 35 मिनट में पूरी हो सकेगी। विभाग के मुताबिक एक्सप्रेसवे का निर्माण यात्रा समय में भारी कमी करेगा और पर्यटन, व्यापार तथा लॉजिस्टिक्स क्षेत्रों के लिए एक नया युग शुरू करेगा, जिससे दोनों शहरों के बीच परिवहन और व्यापार में वृद्धि होगी।
इस परियोजना का 18 किमी हिस्सा एलिवेटेड और 45 किमी ग्रीन फील्ड होगा। एलीवेटेड रोड कानपुर हाईवे पर और ग्रीन फील्ड रोड अलग मार्ग पर तैयार हो रही है। इसमें तीन बड़े पुल, 28 छोटे पुल, 38 अंडरपास और छह फ्लाईओवर का निर्माण तेजी से चल रहा है। परियोजना निदेशक सौरभ चौरसिया के अनुसार, 75 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है और जून तक एक्सप्रेसवे के पूरे होने की उम्मीद है।
इसके अलावा लखनऊ रिंग रोड से एक्सप्रेसवे को जोड़ा जाएगा ताकि कानपुर हाईवे पर ट्रैफिक की भीड़ कम हो सके। एक्सप्रेसवे शहीद पथ से शुरू होकर नवाबगंज, बंथरा, बनी, दतौली कांठा, तौरा, नेओरना, अमरसास और रावल मार्ग के जरिए कानपुर तक पहुंचेगा। इस विशाल परियोजना पर 4700 करोड़ रुपये का अनुमानित खर्च आ रहा है। एक्सप्रेसवे पर विशेष तकनीक से बने गर्डर और राष्ट्रीय राजमार्ग 25 के हिसाब से सड़क निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा वाहन अधिकतम 120 किमी/घंटा की रफ्तार से फर्राटा भर सकेंगे, जिससे यात्रा और भी तेज होगी।
लखनऊ के 14 गांवों को एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा, जिसमें अमौसी, बनी, बंथरा, सिकंदरपुर, बेहसा, फरुखाबाद, चिल्लावां, गहरू, गौरी, खांडेदेव, मीरनपुर पिनवट, नटकुर और सराय शहजारी जैसे गांव शामिल हैं। इस परियोजना से न केवल यात्रा की गति तेज होगी बल्कि इस क्षेत्र में औद्योगिक और आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।