अब तक आम लोग 'लव जिहाद' की जालसाजी का शिकार होते रहे मगर अब पुलिस के जवानों को फंसाया जाने लगा है। उत्तर प्रदेश के अमरोहा के एक मामले ने पूरे जिले की कानून-व्यवस्था को हिला कर रख दिया। एक हिन्दू युवक और मुस्लिम लड़की की कथित लव स्टोरी तब घमासान में बदल गई जब शादी की सच्चाई सामने आने लगी और बजरंग दल से लेकर पुलिस तक हर कोई इस केस में कूद पड़ा।
एक सिपाही पुष्पेंद्र को न सिर्फ दोस्ती और प्यार के नाम पर फंसाया गया, बल्कि उसकी पहचान और धर्म को बदलने की साजिश भी रची गई। जिले के डिडौली थाना क्षेत्र के जोया कस्बे में रहने वाली BA की छात्रा जैनब खातून ने प्यार का नाटक किया, वही बाद में “जाह्नवी आर्य” बनकर शादी के नाम पर धर्मांतरण का गंदा खेल खेल गई।
जैनब ने जोया कस्बे में रहने वाले पुष्पेंद्र से दोस्ती की फिर शादी का दबाव बनाया। पुष्पेंद्र इसके लिए तैयार नहीं था। मगर SP से शिकायत कर जैनब ने पुष्पेंद्र को लाइन हाजिर करा दिया गया।
सिपाही ने मजबूरन भरोसा कर लिया क्योंकि 25 नवंबर 2024 को धर्म परिवर्तन के बाद जैनब ने खुद को ‘जाह्नवी आर्य’ घोषित कर दिया। इसके बाद तीन दिसंबर को आर्य समाज मंदिर में विधिवत हिंदू विवाह हुआ। मगर इसके बाद जैनब की असली चालबाज़ी शुरू हुई। शादी के बाद निकाह की जिद, दो नामों वाले शादी के कार्ड, और सिपाही को मजबूर कर ‘रिहान’ बनाना- क्या ये सिर्फ प्रेम था? साफ है- यह फरेब था, लव जिहाद की एक और कहानी।
जैनब ने न सिर्फ खुद धर्म बदला, बल्कि सिपाही को भी धोखे में रखकर उसका नाम और धर्म बदलवाया। शुक्रवार (11 अप्रैल 2025) और शनिवार को मेहंदी और निकाह की रस्में निभाई गईं, जबकि सच्चाई यह थी कि सिपाही पूरी तरह इस साजिश में उलझ चुका था। जब मामला सामने आया, तो बजरंग दल ने इसे उजागर किया। पुलिस ने फौरन सिपाही को सस्पेंड कर दिया– मगर असली गुनहगार जैनब पर कोई सवाल नहीं!
जैनब उल्टा थाने पहुंचकर ड्रामा करती रही, और खुद को पीड़िता साबित करने की कोशिश की। पुष्पेंद्र ने सब कुछ सहा, झूठे आरोप, बदली पहचान और बदनाम किया गया- जबकि पूरा षड्यंत्र जैनब का रचा हुआ था। पहले हिंदू शादी, फिर मुस्लिम निकाह।