झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लोगों को सरहुल पर्व की बधाई दी. दरअसल, सीएम हेमंत सोरेन आज रांची के करमटोली स्थित आदिवासी कॉलेज छात्रावास परिसर में आयोजित सरहुल पूजा महोत्सव में शामिल हुए.
मुख्यमंत्री ने सखुआ का पौधा लगाकर प्रकृति से जुड़े रहने का संदेश दिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि, पर्व-त्योहार से हमारी परंपरा, सभ्यता-संस्कृति और आस्था जुड़ी है.
सीएम ने आगे कहा कि, इससे जीवन में उमंग, उत्साह और उल्लास का संचार होता है. इसी कड़ी में हम सभी वर्षों से परंपरानुसार सरहुल पर्व मनाते आ रहे हैं. हमारे पूर्वजों ने इस प्रकति पर्व की परंपराओं को अक्षुण्ण एवं मजबूती दी है. विरासत में मिली इस परंपरा को और आगे ले जाना है.
उन्होंने कहा कि, अपनी परंपरा एवं सभ्यता-संस्कृति से जुड़े रहने के लिए वक़्त जरूर निकालें. इस पावन पर्व के मौके पर उन्होंने विधि विधान से पूजा-अर्चना कर राज्य के विकास, सुख-समृद्धि एवं शांति की कामना की. सीएम ने कहा कि झारखंड के बेहतर भविष्य के लिए आने वाले 25 वर्षों को ध्यान में रखकर योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ना है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आदिवासी कॉलेज छात्रावास परिसर में हर वर्ष धूमधाम से सरहुल का त्योहार मनाया जाता है. हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी यहां आयोजित सरहुल महोत्सव में शामिल होने का उन्हें सौभाग्य मिला है. यहां आकर आप सभी के साथ खुशियां बांटने का मौका मिल रहा है.
सीएम ने कहा कि, आज हमारी जिंदगी काफी व्यस्त हो चुकी है. लोगों के पास वक़्त कम है, फिर भी विरासत में मिली अपनी परंपरा एवं सभ्यता-संस्कृति से जुड़े रहने के लिए वक़्त जरूर निकालें. यह आने वाली पीढ़ी की बेहतरी के लिए जरूरी है. इससे आपसी रिश्ते मजबूत होते हैं और पर्व-त्योहारों का जश्न मिलकर मनाने की अलग ही खुशी मिलती है.