केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जे पी नड्डा ने आज यहां विज्ञान भवन में टीबी मुक्त भारत अभियान- (100 दिवसीय गहन अभियान) के लिए 21 मंत्रालयों के साथ संयुक्त रणनीति बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि, "टीबी मुक्त भारत के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए निरंतर साझेदारी, सक्रिय भागीदारी और राष्ट्रव्यापी प्रतिबद्धता आवश्यक है। जनभागीदारी की भावना के साथ टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत टीबी को खत्म करने के लिए 100 दिवसीय गहन अभियान, विभिन्न हितधारकों की ताकत का लाभ उठाते हुए टीबी उन्मूलन के लिए एकजुट दृष्टिकोण का उदाहरण है।"
आज की बैठक में डॉ. मनसुख मंडाविया, श्रम और रोजगार और युवा मामले और खेल मंत्री; एच. डी. कुमारस्वामी, केंद्रीय भारी उद्योग और इस्पात मंत्री; जुएल ओराम, जनजातीय मामलों के मंत्री; अन्नपूर्णा देवी, महिला और बाल विकास मंत्री (डब्ल्यूसीडी); स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय तथा आयुष मंत्रालय (स्वतंत्र प्रभार) के राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल भी शामिल हुए।
इसके साथ ही बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, पंचायती राज मंत्रालय, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय सहित भारत सरकार के मंत्रालयों के सचिवों ने भी भाग लिया तथा केंद्रीय स्वास्थ्य एवं कल्याण मंत्रालय, भारी उद्योग एवं इस्पात, महिला एवं बाल विकास, जनजातीय मामले, आयुष, पंचायती राज, शिक्षा, कोयला, रेलवे, खान, संस्कृति तथा सार्वजनिक उद्यम विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया।
टीबी उन्मूलन की दिशा में भारत द्वारा की गई प्रगति पर प्रकाश डालते हुए श्री नड्डा ने कहा कि "प्रधानमंत्री के विजन और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रयासों ने भारत को टीबी उन्मूलन में अग्रणी बना दिया है।" विश्व स्वास्थ्य संगठन की हालिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि "भारत में टीबी के मामलों में 17.7% की कमी आई है, जो वैश्विक कमी से लगभग दोगुनी है। उपचार कवरेज 53% से बढ़कर 85% हो गया है, जबकि टीबी के कारण होने वाली मृत्यु दर में 21.4% की कमी आई है, जो 28 लाख से घटकर 22 लाख हो गई है।"
नड्डा ने कहा कि, यह अभियान टीबी उन्मूलन के लिए एकजुट दृष्टिकोण का उदाहरण है, जिसमें विभिन्न हितधारकों की ताकत का लाभ उठाया गया है। उन्होंने इस तथ्य पर प्रसन्नता व्यक्त की कि 100-दिवसीय सघन अभियान के पहले 30 दिनों के दौरान, 2 करोड़ से अधिक लोगों की जांच की गई है और टीबी के 1.48 लाख से अधिक नए मामलों की पहचान की गई है।