बिहार के मुजफ्फरपुर जंक्शन पर मंदिर तोड़े जाने के विरोध में मंगलवार को विभिन्न हिंदू संगठनों ने जोरदार प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और अंतरराष्ट्रीय सनातन हिंदू वाहिनी के सदस्य शामिल हुए। उन्होंने रेलवे प्रशासन से आग्रह किया कि पुराने स्थान पर मंदिर का पुनर्निर्माण किया जाए। इसके साथ ही, प्रदर्शनकारियों ने रेलवे ट्रैक के बीच स्थित अवैध मस्जिद को हटाने की भी मांग की।
100 साल पुराने हनुमान मंदिर को हटाए जाने पर आक्रोश
रेलवे प्रशासन द्वारा मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन के मुख्य द्वार पर स्थित सौ साल पुराने हनुमान मंदिर को हटाए जाने से हिंदू संगठनों में गहरी नाराजगी देखी जा रही है। इन संगठनों का कहना है कि यदि मंदिर को हटाया जा रहा है, तो रेलवे ट्रैक के बीच स्थित मस्जिद को भी हटाना चाहिए।
प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
इस प्रदर्शन के दौरान जंक्शन परिसर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी थी और बड़ी संख्या में पुलिस, जीआरपी, और आरपीएफ के जवान तैनात किए गए थे। प्रदर्शनकारियों और रेलवे अधिकारियों के बीच तीखी बहस हुई, जिसमें प्रदर्शनकारियों ने रेलवे प्रशासन से मंदिर हटाने से जुड़ी दस्तावेजों की मांग की।
बड़े आंदोलन की चेतावनी
अंतरराष्ट्रीय सनातन हिंदू वाहिनी के अध्यक्ष आचार्य चंद किशोर पाराशर ने कहा कि यदि दस दिनों के भीतर उनकी मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती, तो एक बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि रेलवे अधिकारियों को इस मुद्दे पर एक ज्ञापन सौंपा गया है। संगठनों ने अपने बयान में यह साफ किया कि जहां मंदिर था, वहां ही उसका पुनर्निर्माण किया जाना चाहिए और देवी-देवताओं की मूर्तियों को फिर से स्थापित किया जाए।
रेलवे प्रशासन का कोई स्पष्ट जवाब नहीं
इस मामले पर रेलवे प्रशासन की तरफ से अभी तक कोई स्पष्ट जवाब नहीं आया है। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे आगामी दिनों में और उग्र आंदोलन करेंगे।