उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में एक मुस्लिम युवती ने हिंदू युवक से शादी करके घर वापसी की. युवती का नाम समरीन बताया जा रहा है. हिंदू धर्म अपनाने के बाद उसने अपना नाम सुमन यादव रख लिया. सुमन ने मित्रपाल नाम के हिंदू युवक से शादी करके सनातन धर्म अपना लिया है.
समरीन से सुमन बनकर की घर वापसी
बरेली के सेंथल इलाके की रहने वाली समरीन के अब्बा ने उन्हें महज कक्षा 5 तक पढ़ाया था. लगभग 2 साल पहले वह इज्जतनगर इलाके में अपने एक रिश्तेदार के घर किसी फंक्शन में गईं थीं. यहां रिश्तेदारी के पड़ोस में मित्रपाल का घर था. दोनों की यहीं पहली बार मुलाकात हुई थी.
थोड़े दिनों की बातचीत के बाद समरीन और मित्रपाल दोस्ती हो गई जो अंत में प्यार में बदल गई. दोनों ने शादी करने का भी फैसला लिया. इस रिश्ते की भनक जब समरीन के परिजनों को लगी तो उन्होंने तमाम पाबंदियां कायम कर दीं. समरीन का घर से निकलना भी पहरे में होने लगा. उससे फोन भी छीन लिया गया. समरीन के निकाह के लिए भी कोई मुस्लिम लड़का खोजा जाने लगा. इधर समरीन के साथ उनके प्रेमी मित्रपाल भी जल्द से जल्द वैवाहिक बंधन में बंधने की कोशिश में जुटे थे.
तीन तलाक और हलाला से लगता था डर
बता दें कि कुंआ डांडा सेंथल निवासी समरीन उर्फ सुमन यादव ने हिंदू युवक से शादी करके सनातन धर्म में घर वापसी की है. सुमन और मित्रपाल ने विधि-विधान से और वेद मंत्रों के उच्चारण के साथ एक दूसरे को अपना जीवन साथी चुन लिया है.
बताया जा रहा है कि दोनों ने बरेली के ही अगत्स्य मुनि आश्रम में अग्नि को साक्षी मान कर सात फेरे लिए और सदा एक दूसरे का साथ निभाने की कसम खाई. समरीन ने गायत्री मंत्र के जाप के साथ वैदिक विधि-विधान से हवन किया. पंडित के के शंखधर के अलावा मंदिर में मौजूद हिंदू संगठन के सदस्यों ने समरीन को आशीर्वाद दिया.
मित्रपाल के परिजनों ने समरीन से सुमन यादव बनी अपनी बहू का ख़ुशी से स्वागत किया.
समरीन ने बताया कि उनको इस्लमी तौर-तरीकों के साथ मज़हबी किताबों में लिखी गई बातों की ज्यादा जानकारी नहीं है. समरीन ने अपनी घर वापसी के बाद बुर्का नापसंद बताते हुए कहा कि उनको तीन तलाक और हलाला से डर लगता था. समरीन ने यह भी बताया कि अपने प्रेमी के घर वालों के तौर तरीके देख कर उन्हें हिंदू धर्म पसंद आने लगा था.