Cहहत्तीसगढ़ के बीजापुर नक्सली हमले के बाद मंगलवार को बलिदानी जवानों का अंतिम संस्कार किया गया। ड्राइवर तुलेश्वर राणा का पार्थिव शरीर उनके गृहग्राम आरापुर (तोकापाल ब्लॉक) लाया गया, जहां उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। आरापुर के स्थानीय मुक्तिधाम में उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान गांववालों ने अपने वीर सपूत को नम आंखों से विदाई दी।
मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि
दंतेवाड़ा के कारली पुलिस लाइन में सोमवार को बलिदानी जवानों को अंतिम सलामी दी गई। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उप मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा, और कई वरिष्ठ मंत्री व अधिकारी श्रद्धांजलि देने पहुंचे। इस मौके पर मुख्यमंत्री साय ने बलिदानी जवान बामन सोढ़ी के पार्थिव शरीर को कंधा देकर उनके गृह ग्राम रवाना किया।
हमले के 19 दिन पहले बस्तर दौरे पर थे शाह
हमले से ठीक 19 दिन पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बस्तर के दौरे पर थे। 15 दिसंबर को रायपुर में राष्ट्रपति पुलिस अवॉर्ड कार्यक्रम में शामिल होने के बाद उन्होंने नक्सली अभियान को तेज करने की रणनीति पर चर्चा की थी। गृहमंत्री ने कहा था कि "2026 तक देश से नक्सलवाद का खात्मा हो जाएगा।"
शाह ने नक्सलियों से मुख्य धारा में लौटने और विकास में योगदान देने की अपील की थी। उन्होंने सरकार की आत्मसमर्पण नीति का जिक्र करते हुए कहा था कि समर्पण के बाद पुनर्वास की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
बीजापुर हमला: राजनीति गरमाई
बीजापुर हमले के बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। कांग्रेस ने घटना के लिए सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए हैं, जबकि भाजपा ने इसे दुख की घड़ी में राजनीति से जोड़कर आलोचना की।
BJP प्रदेशाध्यक्ष का बयान
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष किरण सिंह देव ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि "दुख की इस घड़ी में कांग्रेस राजनीति कर रही है।" उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार ने नक्सलवाद के खात्मे के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए।
कांग्रेस ने राज्य सरकार पर साधा निशाना
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि जवानों की वीरता पर गर्व है, लेकिन सरकार की असमंजस भरी नीतियों के कारण इतनी बड़ी क्षति हुई। उन्होंने सवाल किया कि सरकार नक्सल मोर्चे पर ठोस नीति क्यों नहीं अपना रही है।
नक्सलवाद खत्म करने की कोशिशें जारी
बीजापुर हमले ने एक बार फिर नक्सलवाद को खत्म करने की दिशा में प्रयास तेज करने की आवश्यकता को रेखांकित किया है। सरकार और सुरक्षा बल लगातार नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति और विकास लाने की कोशिश कर रहे हैं।