लखनऊ में इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) का लॉकर तोड़कर करोड़ों रुपये लूटने वाले गिरोह के एक और सदस्य सनी दयाल, जिस पर 25,000 रुपये का इनाम था, को भी पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है। इनमें से एक अपराधी गाजीपुर में मारा गया जबकि दूसरा लखनऊ में। दोनों ही अपराधी पुलिस की गोली लगने से मुठभेड़ में मारे गए। गाजीपुर में मंगलवार सुबह बिहार के रहने वाले गैंगस्टर सनीदयाल को मुठभेड़ में मार गिराया गया। सोमवार देर रात एक और गैंगस्टर सोबिंद कुमार को मुठभेड़ में मार गिराया गया। उसका राम मनोहर लोहिया अस्पताल में इलाज चल रहा था। लेकिन मंगलवार सुबह उसकी भी मौत हो गई।
जानकारी के मुताबिक, गाजीपुर में बिहार बॉर्डर पर मुठभेड़ में सनी दयाल मारा गया। यह मुठभेड़ गहमर थाना क्षेत्र के बारा पुलिस चौकी के पास हुई। गाजीपुर एसपी इराज राजा ने बैंक डकैती में शामिल सनी दयाल के मारे जाने की पुष्टि की है। दोनों अपराधियों पर 25-25 हजार रुपए का इनाम घोषित था। इस चोरी को सात चोरों ने अंजाम दिया था। इनमें से दो की अब मौत हो चुकी है। पुलिस की आगे की कार्रवाई जारी है।
इंडियन ओवरसीज बैंक के लॉकर तोड़कर चोरी करने के मामले में अब तक दो अपराधी ढेर हो चुके हैं, तीन अपराधी गिरफ्तार हो चुके हैं जबकि दो अभी भी फरार हैं। मिथुन कुमार (28) और विपिन कुमार को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।
कैसे पकड़े गए थे तीन बदमाश?
इससे पहले सोमवार को लखनऊ पुलिस ने इंडियन ओवरसीज बैंक की चिनहट शाखा में डकैती की वारदात के 24 घंटे के भीतर मुठभेड़ के बाद बिहार से एक गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया था। दूसरी कार में सवार चार अन्य आरोपी मौके से भागने में सफल रहे। भागने वालों में सोबिंद कुमार और सनी दयाल शामिल हैं। इसके अलावा पकड़े गए लोगों की पहचान अरविंद कुमार, बलराम कुमार और कैलाश बिंद के रूप में हुई है। ये तीनों अपनी एस्टिलो कार में सवार थे और आउटर रिंग रोड से भागने की फिराक में थे।