केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान आज यानी 26 सितंबर को झारखंड के सिसई में परिवर्तन सभा को संबोधित किया। आज परिवर्तन का संदेश देने परिवर्तन यात्रा आई है। आज जो सरकार चल रही है हेमंत सोरेन की, उससे हम सब बेहाल हैं। आज मकान बनाने के लिये बालू नहीं मिल रही है, बालू सीमेंट की तरह बाल्टी में बिक रही है। गरीब आदमी को मकान बनाना मुश्किल हो गया है। 2014 के पहले आतंक और भय का माहौल था। भाजपा की सरकार बनने के बाद हमने उग्रवाद समाप्त किया, आतंक का अंत किया।
आज इस सरकार में फिर से चारों तरफ आतंक का राज है। मेरे लिए बहनें देवी की तरह हैं। आज झारखंड की हालत ये है कि पिछले 5 साल में 7,400 से ज्यादा बलात्कार, 6,000 से ज्यादा अपहरण, 7,000 से ज्यादा हत्याएँ हुई हैं। रुबिका पहड़िया जैसी हमारी बेटियाँ, उन्हें पहले जाल में फँसाया जाता है और बाद में उनकी हत्या की जाती है। अपराधी खुलकर खेल रहे हैं, आम आदमी की जिंदगी सुरक्षित नहीं है। माँ, बहन और बेटियों का सम्मान सुरक्षित नहीं है। किसान भाइयों, रघुवर दास जी की सरकार ने फैसला किया था कि जिनके पास खेती की जमीन है, उनको एक एकड़ पर 5,000 रुपये सालाना दिए जाएंगे।
ये सरकार आई, तो उसने वो रुपया देना बंद कर दिया। मैं आपको आश्वस्त करता हूँ कि भाजपा की सरकार बनने के बाद ये योजना चालू कर दी जायेगी। बालू के बारे में आश्वस्त करता हूँ कि भाजपा की सरकार बनते ही मकान बनाने के लिए बालू मुफ़्त कर दी जायेगी। हर गरीब के पास पक्का मकान होना चाहिए, हम सर्वे चालू कर रहे हैं। हेमंत सोरेन की सरकार में मकान नहीं बने। मोदी जी के आशीर्वाद से हर गरीब का पक्का मकान बनेगा। धान की फसल यहाँ मिट्टी के मोल बिक रही है। बगल में छत्तीसगढ़ और उड़ीसा में भाजपा की सरकार है। यहाँ हेमंत सोरेन की सरकार मिट्टी के मोल धान खरीद रही है। आप भाजपा की सरकार लाइये, 3,100 रुपये प्रति क्विंटल आपका धान खरीदा जाएगा।
मध्यप्रदेश में हमने लाड़ली बहना योजना बनाई। गरीब बहनों की जिंदगी बदलने की कोशिश की थी। अगर 500-1000 रुपये की जरूरत पद जाए, तो गरीब बहन मजबूर हो जाती थी, तब हमारे मन में ये विचार आया कि हर बहन का एक बैंक खाता हो और उसमें हर महीने पैसे आयें। मध्यप्रदेश में कई महीने से बहनों के खातों में पैसे जा रहे हैं, इसे बढ़ाकर 3,000 रुपये करेंगे।
किसी ने सिलाई मशीन लगाई, किसी ने चाय की गुमटी खोली, इससे उनकी आमदनी बढ़ी। आज कई राज्य इस योजना को अपना रहे हैं। हेमंत सोरेन ने पिछले चुनाव में 2,000 रुपये चूल्हा खर्च देने का वादा किया। 4 साल पहले वादा किया लेकिन मिला किसी को नहीं। जब चुनाव आया, तब बहनें याद आईं और एक महीने पहले से 1,000 रुपये डालना चालू कर दिया।
माइयाँ सम्मान योजना है लेकिन इससे बड़ा अपमान बहनों का नहीं हो सकता है। बहनों को एक साल में 1.20 लाख रुपये मिलना चाहिए लेकिन ये पैसे हेमंत सोरेन खा गए। चार साल से क्या कर रहे थे हेमंत सोरेन। हेमंत सोरेन उस शिकारी की तरह है जो पहले दाना डालेगा और उसके बाद जनता को अपने जाल में फँसा लेगा। हम छत्तीसगढ़, उड़ीसा और महाराष्ट्र में बहनों के खातों में पैसे डाल रहे हैं। त्यौहार के समय अलग से पैसे डालते हैं। प्रधानमंत्री जी ने लखपति दीदी योजना भी बनाई है जिसका विभाग मेरे पास है। हर गरीब बहन की आमदनी एक साल में कम से कम एक लाख होना चाहिए।
हम किसी बहन को गरीब नहीं रहने देंगे। प्रधानमंत्री जी का संकल्प है 3 करोड़ लखपति दीदी बनाना है,मैं विश्वास दिलाता हूँ कि हम इस लक्ष्य को प्राप्त करेंगे। हेमंत सोरेन ने कहा था कि 5 लाख नौकरी दूंगा नहीं तो बेरोजगारी भत्ता दूंगा। किसी को नौकरी नहीं मिली और न ही बेरोजगारी भत्ता दिया। 4 साल भर्ती नहीं हुई लेकिन चुनाव आये, तो बच्चों को सिपाही भर्ती के नाम पर 10 किमी दौड़ा दिया। ऐसा दौड़ाया कि घर से तो अपनी माँ से सिपाही भर्ती कहकर आये थे, कई बच्चे ऐसे थे कि पुलिस की वर्दी तो नहीं मिली, कफन ओढ़कर वो वापस लौटे। ये हत्याएँ हैं और इस पाप से हेमंत सोरेन बच नहीं सकते। पेपर लीक हो रहे हैं। ये कहते हैं कि इंटरनेट बंद कर दो। ये JMM झारखंड मुक्ति मोर्चा नहीं पेपर लीक मोर्चा है।
2.87 लाख सरकारी पद रिक्त हैं। भाजपा की सरकार बनने के बाद ये सभी पद भरने का निर्णय कैबिनेट की पहली बैठक में ही ले लिया जाएगा और कैलेंडर बनाया जाएगा। कॉलेज की डिग्री पूरी करने के बाद रोजगार प्राप्त करने में 2 साल की मदद लगती है। हम 2 साल तक 2,000 रुपये प्रतिमाह बच्चों को देंगे। हम केवल सत्ता परिवर्तन नहीं करेंगे, सम्पूर्ण व्यवस्था में परिवर्तन करेंगे, जिससे आपका कल्याण हो। आज अपनी रोटी संकट में है, रोजगार संकट में है। कोई विदेशी को यहाँ बसने का अधिकार नहीं है। हमारी माटी और बेटी संकट में है। हमारी खेती संकट में है। आइये, अपनी जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए झामुमो और कांग्रेस की सरकार को उखाड़ कर भाजपा की सरकार बनाने का संकल्प लीजिए।