दिल्ली पुलिस ने अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। हाल ही में 11 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया और विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (FRRO) के माध्यम से उन्हें उनके देश वापस भेज दिया गया है।
इस कार्रवाई को दक्षिण-पश्चिम जिले की एंटी स्नेचिंग सेल ने अंजाम दिया। पकड़े गए लोगों में मोहम्मद शिमुल, मोहम्मद अली पूरन, मोहम्मद शिहाब हसन, मोहम्मद जाकिर हुसैन बिप्लव, अनवर हसन, मसुदुल आलम अतुल, जकारिया अहमद, अर्पीन कुमार चंदा, मोहम्मद रफीकुल, मिजानुद्दीन और आरिफुर रहमान अकरम शामिल हैं।
पहले भी हुई थी कार्रवाई
इससे एक दिन पहले, पुलिस ने दक्षिण-पश्चिम दिल्ली में रह रही एक महिला और उसके बेटे को भी बांग्लादेश वापस भेजा। महिला 2005 से दिल्ली में रह रही थी, जबकि उसका बेटा चार साल पहले बांग्लादेश से यहां आकर उसके साथ रहने लगा था।
रंगपुरी इलाके में 8 नागरिक निर्वासित
29 दिसंबर को पुलिस ने रंगपुरी इलाके में अभियान चलाकर 8 अन्य बांग्लादेशी नागरिकों को वापस भेजा। इनमें जहांगीर, उसकी पत्नी और उसके छह बच्चे शामिल थे। पुलिस जांच में पता चला कि ये लोग बांग्लादेश के मदारीपुर जिले के केकरहाट गांव के निवासी थे। अपनी पहचान छिपाने के लिए उन्होंने अपने बांग्लादेशी दस्तावेज नष्ट कर दिए थे।
अवैध घुसपैठियों पर सख्ती जारी
दिल्ली पुलिस का कहना है कि शहर में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों की पहचान और निर्वासन का अभियान लगातार जारी रहेगा। अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि यदि उन्हें किसी संदिग्ध व्यक्ति की जानकारी मिले, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।