मध्य प्रदेश के सागर में हालात बेकाबू हो गए हैं। ‘लव जिहाद’ के एक मामले ने दो समुदायों के बीच जबरदस्त टकराव खड़ा कर दिया। एक मुस्लिम युवक द्वारा शादी से पहले हिंदू युवती को भगाने की घटना ने पूरे गांव में उबाल ला दिया। बारात की तैयारियों के बीच युवती के गायब होने की खबर फैलते ही लोग गुस्से से भड़क उठे। कई जगहों पर आगजनी की गई और जमकर बवाल मचाया गया है।
गांव युद्ध क्षेत्र में तब्दील हो गया है। हालात काबू से बाहर होते देख पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। पूरे इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है, लेकिन लोगों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा। पुलिस पर भी मिलीभगत के गंभीर सवाल उठाए हैं।
यह घटना जिले के सानौधा गांव की है, जहां एक आपराधिक प्रवृत्ति के मुस्लिम युवक ने एक हिन्दू लड़की को शुक्रवार (18 अप्रैल 2025) को बहला फुसला कर ले गया, जिसके बाद स्थानीय लोगों का आक्रोश फूट पड़ा। गुस्साए लोगों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। हालात को संभालने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया, जो प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पर मजबूर हो गया।
प्रशासन और पुलिस पर गंभीर आरोप
गांव वालों का आरोप है कि इस पूरे प्रकरण में बदमाश को स्थानीय पुलिस का संरक्षण प्राप्त है। लोगों ने यहां तक कह दिया कि थाने से अपराधियों की सांठगांठ है और अगर वक्त रहते कार्रवाई नहीं हुई तो हालात और बिगड़ सकते हैं। घटना की खबर मिलते ही क्षेत्रीय विधायक प्रदीप लारिया मौके पर पहुंचे और लोगों को शांत करने की कोशिश की।
उन्होंने खुद माना कि आरोपी मुस्लिम युवक पुरातत्व विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा कर वहां से गैरकानूनी गतिविधियां चला रहा था। विधायक ने इसे गंभीर बताते हुए तत्काल सख्त कार्रवाई की मांग की है। साथ ही मुख्यमंत्री और संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों से संपर्क किया है।