तमिलनाडु में जहरीली शराब से मची त्रासदी में अब तक कुल 63 लोगों की जान जा चुकी है. 88 लोग अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं. मरने वालों में महिलाओं की संख्या 6 है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, जहरीली शराब पीने के बाद कुल 225 लोगों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया था. जिसमें से 63 लोगों की मौत हो गई है.
त्रासदी में सोमवार तक 58 लोगों की मौत हुई थी. वर्तमान में राज्य के पांच अस्पतालों में कुल 88 लोगों का इलाज चल रहा है, जिनमें से 47 सरकारी कल्लाकुरिची मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती हैं.
वहीं इस बीच जहरीली शराब त्रासदी पीड़ितों के परिवारों से मुलाकात करने बुधवार को राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष किशोर मकवाना करुणापुरम क्षेत्र पहुंचे. उन्होंने पीड़ितों से मामले की जानकारी ली और हर संभव मदद का आश्वासन दिया.
वहीं इस पूरे मामले पर मद्रास हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए उठाए गए कदमों पर विस्तृत रिपोर्ट दाखिल करने को कहा था. वहीं रिपोर्ट दाखिल करने के लिए तमिलनाडु सरकार ने हाईकोर्ट से 10 दिन का समय मांगा है. मद्रास हाईकोर्ट ने स्टालिन सरकार को रिपोर्ट दाखिल करने के लिए 3 जुलाई तक का समय दिया है.
कल्लाकुरिची शराब त्रासदी को लेकर डीएमके और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन का भी कड़ा विरोध किया जा रहा है. साथ ही पूरा इंडिया गठबंधन इस मुद्दे पर चुप है.