राजस्थान ही नहीं, बल्कि देश भर में आए दिन साइबर ठगी की वारदातें सामने आ रही हैं. साइबर ठगी के लिए राजस्थान का मेवात क्षेत्र पूरे देश में बदनाम है. लेकिन इसको लेकर राजस्थान पुलिस अब एक्शन मोड़ में नज़र आ रही है. यही वजह है कि राजस्थान पुलिस ने पिछले 5 महीनों में साइबर ठगी में इस्तेमाल की जा रही लाखों फर्जी सिमों और मोबाइल आईएमईआई हैंडसेट को ब्लॉक कराया है.
राजस्थान में साइबर क्राइम किस लेवल तक पहुंच गया है, इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि पिछले 5 महीनों में ही मेवात से लोगों के साथ 300 करोड़ की ठगी हो चुकी है और तो और इन पैसों का इस्तेमाल भी देश विरोधी गतिविधियों के लिए हो रहा है..
भरतपुर और डीग जैसे कुख्यात मेवात क्षेत्रों में साइबर क्राइम पर नकेल कसने के लिए राजस्थान पुलिस की ओर से चलाए जा रहे ऑपरेशन एंटी वायरस के तहत लगातार कार्रवाई की जा रही हैं.इसकी मिसाल कुछ दिन पहले भी देखने को मिली जब साइबर ठगी में शामिल भोपा पुत्र आसमौहम्मद, बब्बर पुत्र आमीन मेव और वाजिद पुत्र सहाबदीन मेव के आलीशान मकानों पर बुलडोजर चला और ठगी के पैसों से बनाए गए इन मकानों को ध्वस्त किया गया.
मेवात में चल इस आपरेशन के बारे में भरतपुर रेंज के IG राहूल प्रकाश ने सुदर्शन न्यूज़ से खास बातचीत करते हुए कई चौंकाने वाले खुलासे किए साथ ही बताया कि किस तरह देशभर में केवल डींग से 18 फ़ीसदी ठगी होती थी जो पिछले 4-5 महीनों में 55 फ़ीसदी घटी है.