महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे की सरकार ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। राज्य सरकार ने गौमाता (गाय) को 'राज्यमाता' का दर्जा देने का ऐलान किया है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से पहले यह फैसला आज यानी सोमवार को हुई कैबिनेट बैठक में लिया गया और इसे महायुति सरकार का एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
सरकार का कहना है कि भारतीय संस्कृति में गाय का महत्व वैदिक काल से है। देशी गाय के दूध की उपयोगिता, आयुर्वेद में इसकी भूमिका, पंचगव्य उपचार पद्धति, और जैविक कृषि में गोबर एवं गोमूत्र का महत्व इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए, गाय को 'राज्यमाता गोमाता' घोषित किया गया है।
सनातन धर्म में गाय को मां का दर्जा दिया गया है और इसे पूजा का पात्र माना जाता है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, गाय में समस्त देवी-देवताओं का निवास होता है।
हाल के समय में, कई हिंदू संगठनों ने गाय को राज्यमाता का दर्जा देने की मांग उठाई थी, और अब सरकार ने इस पर सकारात्मक कदम उठाते हुए यह निर्णय लिया है।