असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए बहुविवाह को लेकर बड़ा बयान दिया. सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि, वह अपनी बेटी की शादी ऐसे व्यक्ति से कभी नहीं करेंगे, जिसकी कई पत्नियां हों. उन्होंने पश्चिम बंगाल में एक चुनावी सभा के दौरान यह बात कही.
सीएम सरमा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि, अगर एक आदमी की पहले से चार पत्नियां हैं, तो वह उस आदमी से अपनी बेटी की शादी नहीं करने देंगे. उन्होंने अपने भाषण में कहा कि मुस्लिम माताएं और बहनें रोती हैं और अपने पतियों को बहुविवाह में शामिल होने की दुर्दशा से छुटकारा पाने के लिए तलाक देती हैं.
सीएम सरमा ने कहा, ''एक मुस्लिम महिला के साथ बातचीत में उन्हें पता चला कि वह महिला शादी के 10 साल बाद अपने पति की दोबारा शादी करने के बाद से दुखी थी. लेकिन मोदी सरकार ने मुसलमान माताओं को तलाक देने वाले उद्योग पर खटाखट ताला लगा दिया.
सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने आगे कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और उन्होंने समान नागरिक संहिता लागू करने का आह्वान किया. उन्होंने मुस्लिम पुरुषों को दूसरी शादी करने से रोकने के लिए भारत में UCC लागू करने की अपील की. उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि आप लोग बीजेपी को वोट दें, ताकि UCC लागू किया जा सके. इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी निशाना साधा.
इससे पहले पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने मथुरापुर में जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान सीएम हिमंत ने कहा कि मैं जब बंगाल आया तो मैं सबसे पहले संदेशखाली गया, वहां माताओं-बहनों ने जो बताया वह सुनकर दिल व्यथित हो गया. उन्होंने कहा, "वहां माताओं-बहनों पर अत्याचार हो रहा है, यह सब शाहजहां शेख जैसे गुंडे करते हैं, लेकिन ममता दीदी ने कोई कार्रवाई नहीं की.
सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि अगर शाहजहां शेख जैसे गुंडे असम में होते तो मैं 10 मिनट में उसका हिसाब कर देता. उन्होंने कहा कि मैं ममता दीदी को कहना चाहता हूं कि अगर वे शाहजहां पर कार्रवाई नहीं कर सकती तो शाहजहां शेख को मुझे सौंप दें, मैं उसे असम ले जाऊंगा और वहां उसका हिसाब कर दूंगा.