राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को लोकसभा पहुंचे। प्रधानमंत्री ने जैसे ही बोलना शुरू किया तभी विपक्ष के सांसदों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। हंगामे को नजरअंदाज करते हुए पीएम मोदी ने अपनी बात रखते हुए विपक्ष को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि, हम आधुनिक भारत की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं लेकिन हम अपनी जमीन की जड़ों से जुड़े रहेंगे। सदन में अपने भाषण में विपक्ष पर जमकर निशाना साधा।
मन बहला रही कांग्रेस
प्रधानमंत्री ने एक उदाहरण देते हुए बताया कि क्यों कांग्रेस अपनी हार को जीत क्यों बता रही है। उन्होंने बिना राहुल गांधी का नाम लिए कहा कि, जब कोई बच्चा साइकिल से गिर जाता है और उसको जब चोट लग जाती है तो बड़े लोग बच्चे का मन बहलाने के लिए उसे कह देते हैं कि, देखो चिड़िया उड़ गई, तो उसी तरह से ये लोग मन बहला रहे हैं।
पीएम ने कहा कि, कांग्रेस के इतिहास का यह पहला मौका है जब लगातार तीन बार 100 का आंकड़ा पार नहीं कर पायी। कांग्रेस के इतिहास में ये तीसरी सबसे बड़ी हार है।
संसद की मर्यादा का उल्लंघन
भाषण के दौरान हंगामा कर रहे विपक्ष के सांसदों को लेकर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला लगातार ने राहुल गांधी को फटकार लगाई और कहा कि, आप लोगों को बोलने का मौका दिया गया तब इस तरह का हंगामा नहीं हुआ। आप लोगों ने वेल में आकर संसद की मर्यादा का उल्लंघन किया है।
सिम्पेथी के लिए ड्रामा
आतंकवाद के मुद्दे पर पीएम मोदी ने कहा कि, आज का नया भारत घर में घुसकर आतंकियों को मारता है। 2014 के बाद केंद्र सरकार के कामों को गिनाया और कहा कि हमारे आने से पहले घोटालों की घोटालों से प्रतिस्पर्धा होती थी। राहुल गांधी पर करारा आघात करते हुए बोला कि, सदन में कल बालक बुद्धि का विलाप चल रहा था। सिम्पेथी हासिल करने के लिए ड्रामा किया गया था। लगातार झूठ फैलाने के बावजूद भारी हार का सामना करना पड़ा।