प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बिहार के दरभंगा में 12,100 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया है। इस दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद रहे। यहां पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित भी किया। इस दौरान उन्होंने शारदा सिन्हा को भी श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम मोदी ने कहा कि, "मैं मिथिला की धरती की बेटी, स्वर कोकिला शारदा सिन्हा को भी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।"
वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी जनसभा को संबोधित किया। सीएम नीतीश ने कहा, "आज महत्वपूर्ण दिन है। दरभंगा AIIMS के निर्माण का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जा रहा है जिसके निर्माण से दरभंगा के लोगों को काफी अच्छी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी। 2003 में तत्कालीन श्रद्धेय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वायपेयी के कार्यकाल में पहली बार AIIMS पटना के निर्माण का निर्णय लिया गया था। दूसरी बार 2015 में दूसरे AIIMS के निर्माण का निर्णय लिया गया था।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि, "आज पड़ोसी राज्य झारखंड में पहले चरण के लिए मतदान हो रहा है। झारखंड के लोग विकसित झारखंड के सपने को पूरा करने के लिए वोट डाल रहे हैं। मैं झारखंड के सभी मतदाताओं से आग्रह करूंगा कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में मतदान में हिस्सा लें।"
पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, "पहले के दौर में स्थितियां भी बहुत कठिन हुआ करती थीं। अस्पताल बहुत ही कम थे, डॉक्टरों की संख्या बहुत ही कम थी, दवाईयां बहुत महंगी थी, बीमारी की जांच का कोई ठिकाना नहीं था और सरकारें सिर्फ वादों और दावों में उलझी रहती थीं। यहां बिहार में जब तक नीतीश कुमार सरकार में नहीं आए थें तब तक गरीबों की चिंता को लेकर कोई गंभीरता ही नहीं थी। गरीब के पास चुप-चाप बीमारी सहने के अलावा और कोई चारा नहीं था।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आयुष्मान भारत योजना से अब तक देश में 4 करोड़ से अधिक गरीब मरीजों का इलाज हो चुका है। अगर आयुष्मान भारत योजना न होती तो इनमें से ज्यादातर लोग अस्पताल में भर्ती ही नहीं हो पाते। मुझे इस बात का संतोष है कि इनके जीवन की बहुत बड़ी चिंता NDA सरकार की योजना से दूर हुई। आयुष्मान योजना से करोड़ों परिवारों को करीब 1.25 लाख करोड़ रुपये की बचत हुई है। ये 1.25 लाख करोड़ रुपया अगर सरकार ने देने की घोषणा की होती तो महीने भर हेडलाइन पर चर्चा चल रही होती कि एक योजना से देश के नागरिकों की जेब में 1.25 लाख करोड़ रुपये बचे हैं।"