ये दिन है वर्दी वाले उन फरिश्तों को समर्पित जिनकी भुजाओं के दम पर राष्ट्र की शक्ति का आंकलन हम से लड़ने के झूठे सपने पालता कोई अन्य देश करता है. ये वही वीर हैं जिनकी भुजाओं के दम पर भी चीन तक वापस लौट गया और कश्मीर के आतंकी हर दिन अपने अंजाम को पहुचायें जा रहे हैं.
परित्राणाय साधूना विनाशाय च दुष्कृताम का सिद्धांत रखने वाली हमारी भारतीय सेना का आज थल सेना दिवस है जिस दिन पूरा देश नमन कर रहा अपने रक्षको को, ये वही हैं जिनके दम पर हम हैं. गौरतलब है कि सेना दिवस सामान्य रूप से नई दिल्ली के इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति में भारत के वीरगति पाए सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करके शुरू किया जाता है.
भारतीय थल सेना 15 जनवरी को सेना दिवस मनाती है. आज के दिन थल सेना अपनी शक्ति का प्रदर्शन करती है और प्रथम भारतीय सेनाध्यक्ष के.एम करिअप्पा के पद ग्रहण के उपलक्ष्य को बड़े धूमधाम से मनाती है. आज भारतीय सेना का थल सेना दिवस है.
आज ही के दिन 1949 में Indian Army पूरी तरह ब्रिटिश सेना से आजाद हो गई थी. इसके साथ ही फील्ड मार्शल के एम करिअप्पा आजाद भारत के पहले सेना प्रमुख बने थे. आज देश के रक्षको की वीर बलिदानी टोली को बारंबार नमन कृतज्ञता व्यक्त करते हुए सुदर्शन परिवार सैनिको का यशगान सदा सदा के लिये गाते रहने का संकल्प लेता है.