इस साल गुरु नानक जयंती 15 नवंबर को मनाई जा रही है यानी आज गुरु नानक जी की 555वीं जयंती मनाई जा रही है. यह त्यौहार हर साल कार्तिक पूर्णिमा को मनाया जाता है। कहा जाता है कि इसी दिन सिखों के पहले गुरु गुरु नानक साहब का जन्म हुआ था।
गुरु नानक देव की जयंती को गुरु पर्व और प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जाता है। इस दिन सिख धर्म के लोग गुरुद्वारा जाते हैं और गुरु ग्रंथ साहिब का पाठ करते हैं। गुरुद्वारों में होने वाले कीर्तन में भजन भी शामिल होते हैं। आइये पढ़ते हैं गुरु नानक जी की विशेष शिक्षाएं।
गुरु नानक देव जी की शिक्षा
1. गुरु नानक देव जी ने हमेशा लोगों को सच बोलने और सच्चाई के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया।
2. गुरु नानक देव जी के अनुसार भगवान की भक्ति करने वाले व्यक्ति को जीवन में कभी कोई भय नहीं रहता।
3. कभी भी कोई बुरा काम करने के बारे में न सोचें।
4. जीवन में हमेशा खुश रहना चाहिए और भगवान से क्षमा मांगनी चाहिए।
5. मनुष्य को प्रतिदिन सच्चे मन से भगवान की पूजा करनी चाहिए।
गुरु नानक जी के उपदेश
1. परम-पिता परमेश्वर एक है।
2. हमेशा एक ईश्वर की साधना में मन लगाओ।
3. दुनिया की हर जगह और हर प्राणी में ईश्वर मौजूद हैं।
4. ईश्वर की भक्ति में लीन लोगों को किसी का डर नहीं सताता।
5. ईमानदारी और मेहनत से पेट भरना चाहिए।
6. बुरा कार्य करने के बारे में न सोचें और न ही किसी को सताएं।
7. हमेशा खुश रहना चाहिए, ईश्वर से सदा अपने लिए क्षमा याचना करें।
8. मेहनत और ईमानदारी की कमाई में से जरूरत मंद की सहायता करें।
9. सभी को समान नजरिए से देखें, स्त्री-पुरुष समान हैं।
10. भोजन शरीर को जीवित रखने के लिए आवश्यक है। परंतु लोभ-लालच के लिए संग्रह करने की आदत बुरी है।
प्रकाश पर्व क्यों कहा जाता है?
गुरु नानक देव जी ने अपना पूरा जीवन एक समाज सुधारक के रूप में समर्पित कर दिया। उन्होंने जातिवाद, भेदभाव और भेदभाव को खत्म करने के लिए विशेष कदम उठाए थे। उन्होंने मानवता के नाम पर लोगों को एकता के सूत्र में बांधने का उपदेश दिया। नानक साहब ने समाज में ज्ञान का प्रकाश फैलाने का काम किया था और इसीलिए उनकी जयंती हर साल प्रकाश पर्व के रूप में मनाई जाती है।