प्रदेश के वन और सहकारिता मंत्री केदार कश्यप ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा की गिरफ्तारी पर कहा है कि लखमा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के षड्यंत्रों का शिकार हैं। कश्यप ने कहा कि बघेल ने अपने घोटालों को अंजाम देने के लिए लखमा को मोहरे के तौर इस्तेमाल किया।
प्रदेश के वन मंत्री कश्यप ने कहा कि शराब का पूरा घोटाला भूपेश बघेल की सरपरस्ती में हुआ और बघेल ने जन-धन की लूट मचाकर छत्तीसगढ़ को गांधी परिवार का एटीएम बनाया और यह पैसा सोनिया-राहुल तक भी गया। कश्यप ने कहा कि कवासी लखमा को जान-बूझकर आबकारी मंत्री बनाया था ताकि वह इस घोटाले को अंजाम दे सकें। यह एकदम साफ है कि भूपेश बघेल ही शराब घोटाले के प्रमुख घोटालेबाज हैं और कवासी लखमा को इसमें एक मोहरे के तौर पर फंसाया गया है।
शराब समेत तमाम घोटाले करने की बघेल ने बड़ी लंबी प्लानिंग कर रखी थी, इसमें सहयोगी बने लखमा अब इसकी कीमत चुका रहे हैं। इससे पहले भी जो गिरफ्तार हुए हैं, वह सब भी भूपेश बघेल के करीबी लोग हैं और जमानत के लिए एड़ियां घिस रहे हैं। श्री कश्यप ने कहा कि घोटालों के किंगपिन और पॉलीटिकल मास्टर तक जांच एजेंसियों के हाथ पहुचेंगे ही। प्रदेश की गरीब जनता की गाढ़ी कमाई लूटने वाले, उन्हें नकली और घटिया शराब तक परोसने वालों को उनके किये की सजा मिलकर रहेगी।