महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले में बीते शाम ईद-ए-मिलाद जुलूस के दौरान तनाव पैदा हो गया है। अनंत चतुर्थी के समापन के बाद गुरुवार को ईद का जुलूस निकला गया। तनाव इतना बढ़ गया कि जिहादियों ने हिंदुओं के कुछ घरों में आग लगा दी। दोनों पक्षों की झड़प से कुछ लोग घायल हो गए।
हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी भी मौके पर मौजूद थे।
पथराव के चपेट में आए पुलिसकर्मी
ईद के जुलूस के दौरान दो समूहों के बीच झड़प हो गई। इसमें लगभग सात पुलिसकर्मी घायल हो गए। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि, घटना मालीवाड़ा इलाके में दोपहर 3 बजे की है जब एक खास समुदाय के लोग बड़ी संख्या में हिन्दू बाहुल क्षेत्र से गुजर रहे थे।
वाहनों को लगाई आग
अधिकारी ने बताया कि, कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस कर्मी तैनात थे, उनपर भी पथराव किया गया। इसमें 2 अधिकारी और 5 सिपाही घायल हो गए। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए बल का प्रयोग करना पड़ा, जिससे गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हो गईं। नंदुरबार के पुलिस अधीक्षक का वाहन और एक गश्ती वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया। कुछ गाड़ियों में आग लगा दी गई।
LPG सिलेंडर में आग लगाने का प्रयास
अधिकारी ने कहा कि, "आक्रोशित भीड़ ने एक हिन्दू के घर में आग लगा दी। उन्होंने LPG सिलेंडर में आग लगाने की भी कोशिश की। ये हिंसा नवनाथ टेकड़ी और शाहदुल्ला नगर तक भी फैल गईं। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए। धुले और पड़ोसी जिलों से अतिरिक्त बल बुलाए गए हैं। स्थिति अब नियंत्रित है।"
उन्होंने बताया कि, संदिग्धों को हिरासत में लिया जा रहा है और मामला दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है। राज्य के जनजाति कल्याण मंत्री विजय कुमार गावित ने लोगों से शांति बनाए रखने के लिए अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।