इनपुट- श्वेता सिंह, लखनऊ, twitter- @shwetamedia207
नगर आयुक्त के निर्देशानुसार कल थाना पारा जोन 6 अंतर्गत आदर्श विहार, गदीयाना तथा आस पास क्षेत्र पर नगर निगम द्वारा कार्यवाही करते हुए अवैध डेरी हटाने का अभियान पुलिस बल, प्रवर्तन दल तथा कैटल कैचिंग कर्मचारियों के सहयोग से पशु कल्याण अधिकारी डॉ. अभिनव वर्मा के नेतृत्व में चलाया गया।
जिसमे मौके पर कुल 4 गाय, 11 भैंस को पकड़कर नगर निगम द्वारा संचालित ऐशबाग़ स्थिति कांजी हाउस में निरुद्ध किया गया, जिन्हे नियमानुसार कार्यवाही के बाद ही रिहा किया जायेगा | कई डेरी संचालक पशुओं को लेकर भाग गए| अवैध डेयरीयाँ पुर्नस्थापित ना हो हो इस हेतु माननीय उच्च न्यायलय के आदेशानुसार नगर निगम की तरफ से सम्बंधित पुलिस उपायुक्त को पत्र भी प्रेषित किया जायेगा | डेरी संचालकों द्वारा गाली गलौज तथा झड़प भी की गयी। डेरी संचालकों द्वारा टीम का घेराव करने की कोशिश के साथ गाडी से पशु उतारने की कोशिश भी की गयी। कुछ जगह पर डेरी संचालक पशुओं को घर के अंदर बंद करके ताला लगाकर भागने लगे|
अवैध डेरी संचालकों द्वारा पशुओ को खाली प्लॉट पर बाँध कर अतिक्रमण किया गया था तथा गोबर सडक पर बहाया जा रहा था जिससे मुख्य मार्ग बाधित हो रहा था और आवागमन प्रभावित होने के साथ साथ कई प्रकार की बीमारियों का खतरा बना हुआ था | उक्त क्षेत्रों से निरंतर गंदगी फैलाने और गोबर नाली में बहाने की शिकायत माननीय मुख्यमंत्री कार्यालय तथा क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि द्वारा निरंतर प्राप्त हो रही थी,जिससे नालियां चोक हो रही थी तथा कई जनसूचना अधिकार, तथा IGRS के तहत कार्यवाही भी लंबित थी और चेतावनी तथा नोटिस देने के बाद भी डेरी संचालकों द्वारा डेरी नहीं हटाई गयी थी |
आपको बता दें उच्च न्यायलय के आदेशानुसार नगर निगम आवासीय क्षेत्रों में डेरी व्यवसाय की अनुमति नहीं है | नगर निगम लखनऊ द्वारा अधिकतम दो गाय लाइसेंस के साथ पालने की अनुमति है |नगर निगम अधिनियम 1959 के अनुसार भैंस को अपदूषण कारक पशु माना गया है अतः नगर निगम लखनऊ द्वारा भैंस पालने की अनुमति नहीं दी जाती है | उक्त क्षेत्र से अवैध डेरी हटाने का अभियान निरंतर चलाया जाएगा |