उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले से एक लव जिहाद का मामला सामने आया है. यहां अजीम अली नाम के जिहादी ने हिंदू को अपने प्रेम जाल में फंसाया. अजील ने लड़की का अश्लील फोटो और वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया. साथ ही कई बार रेप किया. लड़की को जबरन इस्लाम कबूल करवाकर उससे निकाह किया. पीड़िता ने अजीम अली के खिलाफ मामला दर्ज करवाया.
अजीम अली ने हिंदू लड़की का जबरन इस्लाम कबूल करवाकर किया निकाह
बता दें कि 24 साल के अजीम ने हिंदू लड़की को अपने प्रेम जाल में फंसाया. इस दौरान अजीम ने लड़की के अश्लील फोटो और वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया और कई बार रेप किया.
मांस खिलाने का बनाया दबाव
अजीम अली ने एक हिंदू लड़की को जबरन इस्लाम कबूल करवाकर उससे निकाह कर लिया. वह शाकाहारी पीड़िता को जबरन मांस खिलाता और मजहबी किताबें पढ़वाता था. जबरन मजारों पर भी ले जाता था. इन सबसे मना करने पर पीड़िता की पिटाई की जाती थी.
लगभग एक साल पहले अजीम ने पीड़िता को जान से मारने और वीडियो वायरल करने की धमकी दी. लड़की के पिता ने पुलिस में केस दर्ज करवाया तो अजीम और उसके अब्बा शाकिर अली ने डरा-धमका कर पीड़िता से अपने पक्ष में बयान दर्ज करवा लिया. बताया जा रहा है कि शाकिर इस केस में नामजद कुल पांच आरोपितों में से एक हैं.
कुछ दिनों के बाद खुद अजीम अली, उसके अब्बा शाकिर अली, उसकी अम्मी रेशमा, भाई नदीम अली और बहन सायमा पीड़िता पर हिंदू धर्म त्याग कर इस्लाम कबूल करने का दबाव बनाने लगे. उससे जबरन मांस पकवाते थे और खाने के लिए भी दबाव बनाते थे.
आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की
घटना के दिन पीड़िता देर रात जैसे-तैसे करके आरोपितों के चंगुल से निकल कर पुलिस स्टेशन पहुंची. यहां उसने पुलिस को पूरी बात बताई और आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की. पुलिस ने पीड़िता की लिखित तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर ली है. एफआईआर में अजीम, शाकिर अली, सायमा, नदीम और रेशमा बेगम को नामजद किया गया है.
पीड़िता ने शिकायत में आगे बताया कि उसे जबरन इस्लामी कपड़े पहनाए जाते थे और इस्लामी किताबें पढ़ने पर मजबूर किया जाता था. उसकी मर्जी के बिना उसे मजारों पर ले जाया जाता था. जब लड़की इस सब चीजों का विरोध किया था तो कमरे में बंद करके उसकी बेरहमी से पिटाई होती थी. इतना ही नहीं, पीड़िता को लम्बे समय तक भूखा भी रखा जाता था. 24 जून को अजीम, उसके अम्मी-अब्बा और उसके भाई-बहन मिलकर पीड़िता को बेरहमी से मारने लगे. वो पीड़िता द्वारा इस्लामी तौर-तरीके नहीं अपनाए जाने से नाराज थे.