बिहार में पुल गिरने के बाद नीतीश सरकार ने आज यानी शुक्रवार को बड़ा एक्शन लिया है. लगातार पुल गिरने की घटना के बाद सरकार ने 11 इंजीनियरों को सस्पेंड कर दिया है. बिहार सरकार के विकास आयुक्त चैतन्य प्रसाद ने कहा कि नौ पुलों के क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिली है. इनमें से छह बहुत पुराने हैं.
11 इंजिनीयर को किया सस्पेंड
बता दें कि देश भर में बिहार के गिरते पुलों की चर्चा है. बारिश के बीच लगातार गिरते पुलों को अब सरकार ने गंभीरता से लिया है और जल संसाधन विभाग के 11 इंजीनियरों को सस्पेंड कर दिया है. बिहार सरकार की ओर से जारी बयान के मुताबिक, राज्य के विभिन्न जिलों में पिछले दिनों नौ पुल-पुलिया ध्वस्त हो गए थे. इनमें से छह बहुत पुराने थे, वहीं 3 निर्माणाधीन थे.
सरकार ने कहा की जांच में पाया गया है कि संबंधित अभियंताओं ने इस नदी पर अवस्थित पुल-पुलिया को सुरक्षित रखने के लिए एहतियातन कदम नहीं उठाए गए और समुचित तकनीकी पर्यवेक्षण नहीं किया गया. इसके साथ ही कार्यकारी संवेदक के स्तर पर भी लापरवाही बरती गई है.
बिहार के कई जिलों में ढह चुके हैं पुल
जानकारी के अनुसार, बिहार के कई जिलों में 17 दिनों के दौरान 10 पुल ढह चुके हैं. यह सिवान, सारण, मधुबनी, अररिया, पूर्वी चंपारण और किशनगंज जिलों में थे. पुलों के गिरने के बाद बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा, "सीएम नीतीश कुमार ने बुधवार को एक समीक्षा बैठक के बाद अधिकारियों को सभी पुराने पुलों का सर्वेक्षण करने और उन पुलों की पहचान करने का निर्देश दिया है, जिन्हें तत्काल मरम्मत की आवश्यकता है." उन्होंने कहा कि जांच जारी है.