आगामी चुनाव को लेकर सभी दलों ने अभी से ही कमर कस ली. वहीं बिहार में भी विधानसभा चुनाव को लेकर सियासत जोरो पर है. इसी कड़ी में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने भी धीरे धीरे सियासत के पत्ते खोलने शुरू कर दिए हैं. सत्तापक्ष और विपक्ष पर प्रशांत किशोर भी जमकर हमला बोल रहे हैं.
विरोधियों पर पलटवार करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि हम बिहार इस बार जनता का ठेका लेकर आए हैं ताकि जनता के लिए काम कर सकें. अभी तरकस में कई तीर बाकी है. बिहार में कई लोग कह रहे हैं कि पदयात्रा हो गई अब क्या करेंगे? मैं उनको बतला दूं कि अभी इससे बड़ा बुलेट दागना बाकी है.
उन्होंने कहा कि जब हम पदयात्रा में आए थे तो एक से 50 लोगों के साथ आए थे, लेकिन आज हजारों से भी ज्यादा लोग जन सुराज के साथ जुड़ गए हैं. बिहार के अन्य पार्टियों को समीकरण बनाने दीजिए. कोई एमवाई समीकरण बना रहा है, कोई पीवाई बना रहा है, कोई 'ए टू जेड' बना रहा है. आप देखियेगा एक ही समीकरण होगा वो होगा जन बल का समीकरण. देश में जन बल के आगे कोई समीकरण नहीं है.
प्रशांत किशोर ने कहा कि राजनीति सिर्फ समीकरण की बात करने से नहीं होती बल्कि जनता का विश्वास जीतना बहुत जरूरी है. अभी सरकार को बदले कुछ ही महीने हुए हैं और आप देख रहे होंगे कि बिहार से दिल्ली तक नेताओं में छटपटाहट होने लगी है.
उन्होंने बताया कि, ऐसा इसलिए हो पा रहा क्योंकि बिहार में जमीन पर लोगों को जन सुराज की ताकत दिख रही है. मुझे अगर कोई धंधेबाज कह रहा है तो मैं बस इतना ही कहना चाहूंगा कि हां मैं इस बार बिहार के लोगों और बिहार को सुधारने का काम लिया हूं.