एनईईटी-यूजी परीक्षा को लेकर चल रहे विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को सुनवाई हुई। कोर्ट के इस फैसले की प्रतीक्षा देश के लाखों छात्र पिछले कई हफ्तों से कर रहे हैं। यूँ तो आरोपों के आधार इस मामले में सीबीआई ने पहले ही जांच शुरू कर दी थी। इसके बाद सीबीआई की कार्रवाई के तहत देश के कई हिस्सों में आरोपियों की गिरफ़्तारी भी की गई।
सुनवाई के दौरान सीजेआई ने कहा कि, यह तो स्पष्ट है की परीक्षा की पवित्रता प्रभावित हुई है। यदि परीक्षा वाले दिन ही अभ्यर्थियों को पेपर मिला था और उसे याद भी किया गया, यानी पेपर सिर्फ स्थानीय स्तर पर लीक हुआ था। दोबारा परीक्षा का आदेश देने से पहले हमें यह पता लगाना होगा की कितने विद्यार्थी इसमें शामिल थे।
आगे एहतियात के लिए क्या करेंगे?
सीजेआई डी वाई चंद्रचूड ने सवाल किया की, भविष्य में पेपर लीक जैसी घटनाएं न होने, इसके लिए क्या किया जा सकता है। इसके अलावे कई विचारणीय प्रश्न जैसे की, हमारे पास साइबर क्राइम से निपटने वाली कौन सी तकनीक? क्या हम डेटा एनालिटिक्स से मार्क कर सकते हैं? क्या मल्टी डिसिप्लिनरी कमेटी बनाई जा सकती हैं?
गुरुवार को होगी अगली सुनवाई
याचिकाकर्ताओं से सीजेआई ने कहा कि, आप वकीलों के साथ बैठें और एक नोडल वकील दलील के लिए रखें। जो सवाल कोर्ट ने किए हैं, अगली सुनवाई में उनका जवाब केंद्र और एनटीए आकर देंगे। इस पर एसजी ने कहा कि, सीजेआई ने मामले की सुनवाई गुरुवार 11 जुलाई को करने की मंजूरी दे दी है।
इस साल करीब 24 लाख विद्यार्थी NEET-UG परीक्षा में शामिल हुए। इसका आयोजन 4750 केंद्रों में हुआ था। इसमें 15 केंद्र विदेश में भी थे। सीबीआई द्वारा मामले की जांच चल रही है। 6 राज्यों में एफआईआर दर्ज कराई गई हैं। अब इस मामले मे 11 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगी।