राजस्थान के अजमेर जिले में एक मुस्लिम बाप-बेटे ने इस्लाम छोड़कर सनातन धर्म अपना लिया है। हिंदू धर्म में आने के बाद शफीक खान और उनके बेटे अकरम खान ने कोर्ट के जरिए अपने नाम बदलकर शुभम अग्रवाल और अमन अग्रवाल रख लिए हैं। दोनों का कहना है कि उन्होंने यह कदम तब उठाया, जब वे अपने पड़ोसी मौलाना के अत्याचारों से तंग आ गए थे।
मौलाना के खिलाफ आरोप
शफीक (अब शुभम अग्रवाल) और उनके बेटे ने आरोप लगाया कि एक मौलाना ने उनकी पत्नी और बेटी को अपनी बातों में लेकर दोनों पर ही POSCO केस में फंसा रहा था। मौलाना ने उनके खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए। शफीक ने यह भी कहा कि पिछले तीन सालों से मौलाना और उसके परिवार के सदस्य लगातार उन्हें मानसिक और सामाजिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे।
पीड़ित परिवार की शिकायत और तलाक
27 अगस्त 2024 को शफीक ने अपनी पत्नी को 2 लाख रुपये देकर तलाक लेने का निर्णय लिया। इसके बावजूद, मौलाना के प्रभाव में उनकी पत्नी और बेटी ने उन्हें लगातार परेशान किया। इस स्थिति से तंग आकर शफीक ने समुदाय के लोगों से मदद की अपील की, लेकिन कोई सहायता नहीं मिली। इसके बाद, पिता-पुत्र ने हिंदू समुदाय के लोगों से मदद मांगी।
हिंदू धर्म अपनाने का निर्णय
हिंदू समुदाय से मिली मदद के बाद शफीक और अकरम ने हिंदू धर्म अपनाने का निर्णय लिया। दोनों ने क्रिश्चियन गंज स्थित एक मंदिर के पुजारी से संपर्क किया, जिन्होंने उन्हें हिंदू धर्म में प्रवेश दिलवाया। इसके बाद, उन्होंने कोर्ट के माध्यम से भी अपना धर्म परिवर्तन कराया।
धर्म परिवर्तन की स्वीकृति
पुजारी ने बताया कि दोनों पिता-पुत्र काफी समय से परेशान थे और लंबे समय से हिंदू धर्म में रुचि रखते थे। उन्होंने विधिपूर्वक पूजा और हवन के माध्यम से सनातन धर्म स्वीकार किया। शुभम और अमन ने कहा कि उनका पहले से ही हिंदू धर्म से जुड़ाव था और अब वे स्वेच्छा से इस धर्म को अपनाकर संतुष्ट हैं।
सामाजिक स्वीकार्यता की अपील
अब सनातन धर्म में घर-वापसी कर बाप-बेटे ने हिंदू समाज से अपील की है कि उन्हें और उनके बेटे को स्वीकार किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि अगर उन्होंने कोई गलती की हो तो उन्हें सजा दी जाए, क्योंकि उन्होंने कोर्ट के जरिए धर्म परिवर्तन किया है।