प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी गुरुवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के मौके पर ओडिशा के कटक में आयोजित पराक्रम दिवस कार्यक्रम को वीडियो संदेश के माध्यम से संबोधित किया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि नेताजी का जीवन लोगों के लिए निरंतर प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने कहा कि नेताजी ने आराम का क्षेत्र छोड़ने का विकल्प चुना और देश की आजादी के लिए संघर्ष करना पसंद किया।
पीएम मोदी ने कहा, "आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर पूरा देश उन्हें याद कर रहा है। मैं नेताजी सुभाष चंद्र बोस को नमन करता हूं। इस वर्ष का पराक्रम दिवस नेताजी की जन्मभूमि पर भव्य तरीके से मनाया जा रहा है। मैं ओडिशा की जनता और सरकार को बधाई देता हूं। कटक में नेताजी के जीवन से जुड़ी एक बहुत बड़ी प्रदर्शनी लगाई गई है। जिसमें उनके जीवन से जुड़ी कई धरोहरों को एक साथ संजोया गया है।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आज जब हमारा देश विकसित भारत के संकल्प को सिद्ध करने में लगा हुआ है, तो हमें नेताजी के जीवन से प्रेरणा मिलती है। उनके जीवन का सबसे बड़ा लक्ष्य था आजाद हिंद, नेताजी ने देश की आजादी के लिए आजाद हिंद फौज बनाई। इसमें देश के हर क्षेत्र से वीर व वीरांगनाएं थीं। सबकी भाषाएं अलग-अलग थीं लेकिन भावना एक थी- देश की आजादी। यह भावना आज एक बड़ी सीख है। तब हमें स्वराज के लिए एक होना था, आज हमें विकसित भारत के लिए एकजुट रहना है। दुनिया भारत की ओर देख रही है कि हम इस 21वीं सदी को भारत की सदी कैसे बनाते हैं। हमें नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रेरणा से देश को एकजुट रखना है।" प्रधानमंत्री ने कहा, "नेताजी को भारत की विरासत पर बहुत गर्व था। आज भारत गुलामी की मानसिकता से बाहर आ रहा है, अपनी विरासत पर गर्व करते हुए विकास कर रहा है।