चंदेनामाल निवासी सोनू प्रजापति ने 16 नवंबर 2022 को प्रधानमंत्री मुद्रा ऋण योजना के तहत मिट्टी के बर्तन बनाने के लिए पंजाब नेशनल बैंक जलालाबाद में चार लाख पिचहतर हजार का ऋण申请 किया था। उस समय के शाखा प्रबंधक मनोज कुमार और श्रण अधिकारी मनजीत सिंह ने ऋण को मंजूरी देते हुए एक कोटेशन अजहर फर्म्स सहारनपुर के एचडीएफसी बैंक के खाते में साढ़े तीन लाख से अधिक राशि की हस्तांतरित की। इसके अलावा, कविता देवी पत्नी रणवीर सिंह और संजय राणा के खातों में भी कुछ राशि भेजी गई।
काफी समय तक सोनू को बताया गया कि उसका ऋण स्वीकृत नहीं हुआ है। जब नए शाखा प्रबंधक जसवीर सिंह ने जांच की, तो पता चला कि ऋण की राशि कविता देवी और संजय राणा के खातों में ट्रांसफर की गई थी। शाखा प्रबंधक ने सोनू को ऋण का स्टेटमेंट दिया, जिससे उसकी चिंताएं बढ़ गईं।
सोनू ने बैंक और पुलिस अधिकारियों को धोखाधड़ी की शिकायत दी। न्याय न मिलने पर, सोनू ने लखनऊ के मुख्यमंत्री जनता दरबार में जाने का निर्णय लिया और साइकिल से रवाना हो गया। प्रशासन को सूचना मिलने पर, उस समय के एसडीएम सदर ने सोनू को न्याय दिलाने का प्रयास किया।
जांच क्षेत्राधिकारी थानाभवन श्रेष्ठा ठाकुर ने की, जिसमें मनजीत सिंह, कविता देवी, और संजय राणा को दोषी पाया गया। थाना भवन में मुकदमा दर्ज किया गया, और एक महीने पहले चार्जशीट तैयार कर जांच क्षेत्राधिकारी कार्यालय में भेजी गई। सोनू का आरोप है कि 15 महीने से पुलिस उसे झूठे आश्वासनों से परेशान कर रही है और आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की गई है।
अब, सोनू ने एक बार फिर न्याय के लिए लखनऊ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में जाने की तैयारी की है।