दिल्ली भाजपा प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि यह अत्यंत खेदजनक और दुखद है कि महापौर डॉ. शेली ओबेरॉय उन कोचिंग सेंटरों के खिलाफ कार्रवाई करने की प्रक्रिया पर राजनीतिकरण करने की कोशिश की हैं। जो बेसमेंट से संचालित हो रहे हैं, जबकि दिल्ली शहर में नगर निगम आयुक्त हैं श्री अश्विनी कुमार, जो स्थिति को समग्रता से संभालने की कोशिश कर रहे हैं।
दिल्ली भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि समस्या का मुख्य फोकस आज राजेंद्र नगर में है, जिसमें दो प्राथमिक पहलू हैं, पहला कि राऊ अकादमी के बेसमेंट से एक लाइब्रेरी अवैध रूप से चल रही थी और दूसरा कि पुरानी राजेंद्र नगर के नाले जाम थे और अकादमी के आसपास के क्षेत्र में पानी जमा हो गया था। तीन छात्रों की मौत का मुख्य कारण नालों में पानी एवं गाद का भरा होना और पानी का बेसमेंट में वापस आना था, जो कि मंत्री आतिशी और महापौर डॉ. ओबेरॉय की दिल्ली के नाले साफ करवाने में असफलता का परिणाम था।
महापौर ने अपने कर्तव्यों का पालन नहीं किया और इसके बजाय दावा करती रहीं कि नाले साफ हो गए हैं, लेकिन अब जब महापौर के नाले सफाई के बड़े दावे फेल हो गए हैं, तो वह अवैध बेसमेंट मुद्दे पर ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही हैं। कपूर ने कहा कि यह बेहतर होगा कि आप नेता महापौर आदि, राजेंद्र नगर और दिल्ली के अन्य हिस्सों के अवैध संस्थानों और पीजी पर कार्रवाई में हस्तक्षेप करना बंद कर दें और आयुक्त एमसीडी को इसे सीधे संभालने दें। अगर आप नेता वाकई में चीजों को सुधारने में मदद करना चाहते हैं, तो उन्हें दिल्ली फायर सर्विस के प्रमुख अतुल गर्ग के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, जिनकी लापरवाही ने पिछले दशक के दौरान शहर की भवन सुरक्षा को प्रभावित किया है।