राजधानी में दिल्ली पुलिस ने अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों के खिलाफ एक विशेष अभियान शुरू किया। इस अभियान के तहत अब तक करीब 100 अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को पहचान कर उनके देश वापस भेज दिया गया है। यह मुहिम दिल्ली पुलिस द्वारा लगातार दूसरे महीने चलायी जा रही है, और इसका उद्देश्य अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों की पहचान करना और उन्हें डिपोर्ट करना है। इस अभियान में पुलिस दस्तावेजों की जांच भी कर रही है और संदिग्ध व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
दिल्ली में अवैध रूप से रह रहा था बांग्लादेशी
बता दें कि इस विशेष अभियान के तहत साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट के स्पेशल स्टाफ ने हाल ही में एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा। जांच के दौरान यह पता चला कि यह व्यक्ति पिछले चार महीने से दिल्ली में अवैध रूप से रह रहा था और कहीं न कहीं छिपकर जीवन यापन कर रहा था। पकड़े गए व्यक्ति की पहचान इमोन अली के रूप में हुई, जो बांग्लादेश के बलियकंदी नरुआ गांव का निवासी है।
बांग्लादेशी के पास से बांग्लादेश के दस्तावेजों की फोटोकॉपी मिली, जो यह साबित करने के लिए पर्याप्त थे कि वह बांग्लादेश का नागरिक था। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने उसे विदेशी नागरिक रजिस्ट्रेशन ऑफिस (FRRO) के जरिए बांग्लादेश डिपोर्ट कर दिया।
बांग्लादेशियों के खिलाफ चलाया जा रहा है अभियान
दिल्ली पुलिस का कहना है कि यह अभियान राजधानी में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों के खिलाफ लगातार जारी रहेगा। इस अभियान के दौरान पुलिस द्वारा 500 से अधिक संदिग्ध दस्तावेजों की जांच की जा रही है और कई अन्य संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य दिल्ली को सुरक्षित और व्यवस्थित रखना है, ताकि कोई भी व्यक्ति अवैध रूप से यहां रहकर कानून का उल्लंघन न कर सके।
दिल्ली पुलिस की यह मुहिम शहर के विभिन्न हिस्सों में चल रही है, जहां पुलिस ने अवैध रूप से रहने वाले नागरिकों की पहचान करने के लिए दस्तावेजों और अन्य सुरागों की जांच तेज कर दी है। इस अभियान से दिल्ली में अवैध प्रवासियों की संख्या को नियंत्रित करने में मदद मिल रही है, और पुलिस का कहना है कि वे आगे भी इस तरह की कार्रवाई जारी रखेंगे।