मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने आज यानी शुक्रवार को जम्मू कश्मीर और हरियाणा के विधान सभा चुनावों की तारीखों की घोषणा की है। राजीव कुमार ने बताया कि, 2024 की लोकसभा चुनाव विश्वस्तर की सबसे बड़ी चुनावी प्रक्रिया थी। इस दौरान लोकतंत्र का जीवित उदाहरण देखा गया। जो तस्वीर भारत ने दुनिया को दिखाई वो आश्चर्यजनक था। घाटी ने बुलेट और बॉयकॉट के बदले बैलेट को चुना है। चुनाव के लिए सभी के अंदर ललक दिखी। हम घाटी में मौसम ठीक होने के इंतजार में थे। लोकसभा चुनाव के बाद घाटी में माहौल बदला है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि, "जम्मू कश्मीर और हरियाणा के सभी पोलिंग बूथ पर CCTV कैमरा की व्यवस्था होगी। पक्षपातपूर्ण रवैया करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। फेक न्यूज वालों से भी सख्ती से निपटा जाएगा। चुनाव के दौरान उम्मीदवारों के सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाएगा।"
जम्मू और कश्मीर में 3 फेज में चुनाव होंगे। यहाँ 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को 90 सीटों पर मतदान होंगे। J&K में 4 अक्टूबर को वोटों की गिनती होगी। वहीं हरियाणा में एक चरण में ही 1 को अक्टूबर को सभी 90 सीटों पर वोट डालें जाएंगे। हरियाणा में 2.01 करोड़ मतदाताओं की आबादी है। यहाँ यूथ, PWD और महिला बूथ होंगे। गुरुग्राम और फरीदाबाद जैसे शहरों में मल्टीस्टोरी और स्लम, दोनों क्षेत्रों में बूथ बना रहे हैं। KYC के जरिए उम्मीदवारों के क्रिमिनल बैकग्राउंड के बारें में जानकारी ले सकते हैं।
उन्होंने बताया कि, जम्मू कश्मीर में इस बार 3.71 लाख नए वोटर्स होंगे। 360 मॉडेल PS बनाएंगे। 11,838 पोलिंग स्टेशन बनेंगे। जम्मू कश्मीर में 90 विधान सभा क्षेत्र है। हमें उम्मीद है की अधिक से अधिक महिलाएँ और युवा शामिल हों। आईटी का इस्तेमाल किया जाए और उत्सव जैसा माहौल हो, हम इसकी कोशिश करेंगे।
CEC ने कहा कि, "हाल ही में चुनाव आयोग का दल जम्मू कश्मीर गया था। उन्होंने बताया कि, सभी राजनीतिक पार्टी और लोगों की इच्छा थी की यहाँ जल्द चुनाव हो। जम्हूरियत की ताकत का बेहतरीन तस्वीर वोटिंग के लिए लगी लंबी-लंबी लाइनें थी। वहाँ की आवाम अपना तकदीर बदलना चाहता है। लोग सिर्फ बदलाव ही नहीं चाहते हैं बल्कि उसका हिस्सा भी बनाना चाहते हैं और अपनी तकदीर भी लिखना चाहते हैं।;'