ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी (AICC) के महासचिव के. सी. वेणुगोपाल ने एक बयान जारी करते हुए बताया कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस 8 और 9 अप्रैल 2025 को कर्णावती (अहमदाबाद), गुजरात में AICC सत्र आयोजित करेगी। यह सत्र पूरे देश से आए कांग्रेस प्रतिनिधियों को एक साथ लाकर भाजपा की जनविरोधी नीतियों और संविधान पर निरंतर हो रहे हमलों पर चर्चा करेगा और पार्टी के भविष्य के कार्यों की रूपरेखा तैयार करेगा।
CWC बैठक से होगी AICC सत्र की शुरुआत
यह सत्र 8 अप्रैल को कांग्रेस कार्यकारी समिति (CWC) की विस्तारित बैठक से प्रारंभ होगा, जिसके बाद 9 अप्रैल को AICC प्रतिनिधियों की बैठक होगी। इस बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे करेंगे। इसमें कांग्रेस संसद पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, कांग्रेस शासित राज्यों के सभी मुख्यमंत्री, राष्ट्रीय पदाधिकारी, वरिष्ठ पार्टी नेता और अन्य AICC प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।
गांधी की 1924 की सत्र की 100वीं वर्षगांठ के रूप में यह सत्र महत्वपूर्ण
यह सत्र बेलगावी की विस्तारित CWC बैठक (नवा सत्याग्रह बैठक) द्वारा अपनाए गए प्रस्तावों का एक निरंतरता है, जो महात्मा गांधी की 1924 में कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में पदभार संभालने की 100वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित की गई थी।
राष्ट्रीय पद यात्रा का आयोजन
महात्मा गांधी, डॉ. भीमराव अंबेडकर और संविधान की धरोहर को बचाने, संरक्षित करने और बढ़ावा देने की आवश्यकता को पहचानते हुए यह निर्णय लिया गया कि 26 जनवरी 2025 से 26 जनवरी 2026 तक भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस एक बड़े पैमाने पर देशभर में "संविधान बचाओ राष्ट्रीय पदयात्रा" अभियान शुरू करेगी। साथ ही, गुजरात में आयोजित इस AICC सत्र के माध्यम से हम महात्मा गांधी के सत्य, अहिंसा और न्याय के आदर्शों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को फिर से दोहराएंगे।
सत्र का उद्देश्य और पार्टी का दृढ़ संकल्प
आने वाला AICC सत्र केवल महत्वपूर्ण चर्चाओं का मंच नहीं होगा, बल्कि यह कांग्रेस पार्टी के सामूहिक संकल्प का भी प्रमाण होगा कि वह आम लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए प्रयासरत है और देश के लिए एक मजबूत वैकल्पिक दृष्टिकोण पेश करेगी।