विधायक निखिल मदान ने बुधवार को शून्य काल में सोनीपत के सामान्य अस्पताल में चिकित्सको की कमी का मुद्दा उठाया और सरकार से सामान्य अस्पताल में चिकित्सकों के रिक्त पड़े सभी पद भरने की मांग रखी। विधायक निखिल मदान ने कहा कि सोनीपत जिले के 15 लाख से भी अधिक लोग अपने इलाज के लिए सामान्य अस्पताल सोनीपत पर आश्रित है। लेकिन सोनीपत के सामान्य अस्पताल में जरुरी सुविधाओं की भारी कमी है।
निखिल मदान ने कहा कि सोनीपत के सामान्य अस्पताल में पिछले 3 साल से रेडियोलॉजिस्ट नहीं है, जिसके कारण अस्पताल में रखी अल्ट्रासाउंड मशीन पिछले 3 साल से बंद पड़ी है। इसके कारण गरीब लोगों को महंगी दरों पर प्राइवेट क्लिनिक से अल्ट्रासाउंड करवाना पड़ रहा है ।
इसके साथ ही सिविल अस्पताल में जनरल सर्जन, आई स्पेशलिस्ट, हड्डियों के डॉक्टर, स्किन स्पेशलिस्ट सहित डॉक्टर्स के विभिन्न पद खाली पड़े हैं। सोनीपत के सामान्य अस्पताल में जनरल सर्जन न होने के कारण छोटी से छोटी चोट लगने पर भी मरीज को सिविल अस्पताल सोनीपत से खानपुर पीजीआई रेफर किया जा रहा है, जिसके कारण लोगों को भारी समस्या का सामना करना पड़ता है। विधायक निखिल मदान ने कहा कि उनका सरकार से यही अनुरोध है कि सोनीपत के सामान्य अस्पताल में खाली पड़े चिकित्सकों के सभी पदों को जल्द से जल्द भरा जाये, ताकि सोनीपत के लोगों को बेहतर इलाज समय पर मिल सके।
विधायक निखिल मदान ने कहा कि सामान्य अस्पताल में कैथ लैब खोलने की मांग भी वर्षों पुरानी है, उनकी सरकार से यही मांग है कि सोनीपत के सामान्य अस्पताल में कैथ लैब की सुविधा दी जाए ताकि लोगों को सस्ते दरों पर सभी प्रकार के एक्स रे, हृदय रोग संबंधी और अन्य मेडिकल टेस्ट करवाने की सुविधा प्राप्त हो सके। विधायक निखिल मदान ने सरकार द्वारा सोनीपत के अस्पताल में 100 बेड के नए प्रसूति विभाग की सौगात देने पर भी धन्यवाद व्यक्त किया।
विधायक निखिल मदान ने विधानसभा में एक और महत्वपूर्ण मुद्दा उठाया।
विधायक निखिल मदान ने कहा कि पिछले वर्ष फरवरी में किसान आंदोलन के कारण कुंडली बॉर्डर को बंद किया गया था , लेकिन आज भी साल भर से ज्यादा का समय हो गया है, लेकिन कुंडली बॉर्डर फ्लाईओवर कि सिर्फ एक ही लेन को चालू किया गया है , दो लेन आज भी बंद है ,जहाँ भारी भरकम बेरिकेड लगाए गए हैं।इस समस्या के चलते सोनीपत और पानीपत से दिल्ली जाने वाले लोगों को भारी ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ रहा है, 5 मिनट का सफर 50 मिनट में पूरा हो रहा है।
कुंडली और राई इंडस्ट्रियल एरिया के सभी उद्योगपति और फैक्ट्री मालिक भी इस समस्या से परेशान हैं। लगातार बढ़ रहे ट्रैफिक जाम से प्रदूषण का स्तर भी बढ़ रहा है।निखिल मदान ने कहा कि उनकी सरकार से यही मांग है कि जल्द से जल्द कुंडली बॉर्डर को पूरी तरह से खोला जाये, ताकि रोजाना दिल्ली आने जाने वाले लोगों को राहत मिल सके।