उत्तर प्रदेश का मेरठ शहर एक बार फिर 'लव जिहाद' की साजिश का गवाह बना है। यहां मंदिर के बाहर फूल बेचने वाली एक 17 वर्षीय हिन्दू किशोरी को टेंपो चालक मुस्लिम युवक ने अपने जाल में फंसा लिया। उसे शादी का झांसा देकर घर से भगाने की कोशिश भी की। लेकिन परिजनों की सतर्कता ने पूरे षड्यंत्र को समय रहते उजागर कर दिया।
आरोपी युवक ने किशोरी को फोन कर रात में बुलाया, और लड़की घर में रखे 50 हजार रुपये, अपनी शादी के लिए रखे गहने और मां के जेवर लेकर चुपचाप निकल गई। लेकिन किस्मत ने साथ नहीं दिया- परिजनों ने उसे घर की गली में ही पकड़ लिया। उसी समय आरोपी ने कॉल कर धमकी दी, "लड़की को तो मैं लेकर ही जाऊंगा, चाहे तेरा कत्ल क्यों न करना पड़े!"
घटना के बाद BJP महिला मोर्चा, विश्व हिंदू परिषद और अन्य हिंदू संगठनों के नेता पीड़ित परिवार के समर्थन में सामने आ गए। उन्होंने थाने पर पहुंचकर आरोपी को तुरंत गिरफ्तार करने और सख्त कार्रवाई की मांग की।
ऐसे रचा गया पूरा षड्यंत्र
मेरठ के पल्लवपुरम थाना क्षेत्र का रहने वाला यह हिन्दू परिवार मंदिर के बाहर फूल बेचकर गुजर-बसर करता है। किशोरी भी अपने पिता का हाथ बंटाने वहां जाती थी। इसी दौरान एक मुस्लिम टेंपो चालक से उसकी जान-पहचान हुई। आरोपी ने नाबालिग को मोबाइल नंबर दिया और फिर धीरे-धीरे बातचीत कर उसे बहकाया। जल्द ही वह शादी और प्रेम के झूठे वादों में फंसाने लगा।
बुधवार (16 अप्रैल 2025) रात, आरोपी ने लड़की को पैसे और जेवर लेकर घर छोड़ने को कहा। लेकिन लड़की के निकलते ही परिजनों ने संदिग्ध हरकतें भांप लीं और उसे पकड़ लिया। मामले की भनक लगते ही आरोपी ने फोन पर खुलेआम धमकी दी और कहा कि वह लड़की को उठा कर ले ही जाएगा- चाहे कुछ भी हो जाए।

घटना की जानकारी मिलते ही BJP महिला मोर्चा की मंडल अध्यक्ष सुनीता रस्तोगी, विश्व हिंदू परिषद के मनोज त्यागी और कई अन्य नेता पीड़ित परिवार से मिले और थाने में साथ पहुंचे। किशोरी की मां ने आरोपी के खिलाफ लिखित शिकायत दी।
पुलिस ने कहा कि आरोपी फरार है लेकिन जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। CO दौराला प्रकाश चंद अग्रवाल ने आश्वस्त किया कि आरोपी पर कड़ी कार्रवाई होगी। यह मामला सिर्फ एक लड़की का नहीं, बल्कि पूरे हिन्दू समाज के सम्मान और सुरक्षा का सवाल है। अगर ऐसे अपराधियों पर जल्द लगाम न लगाई गई, तो परिणाम भयावह होंगे।