यह सन् 1990 नहीं बल्कि 2024 चल रहा है, मगर आज भी जम्मू-कश्मीर में कश्मीरी पंडित सुरक्षित नहीं है। 2024 में भी कश्मीरी पंडितों के साथ अन्याय हो रहा है। दरअसल, जम्म-कश्मीर के अनंतनाग में 5 कश्मीरी पंडितों के घर धू-धूकर जला दिया गया। जानकारी के अनुसार ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि, वो लोग घाटी में हिंदुओं को डराना चाहते है। घाटी में कश्मीरी पंडितों को नरसंहार किया जा रहा। उनकी महिलाओं के साथ बलात्कार किया जा रहा है।
बता दें कि, ये घटना मट्टन स्थित लोन मोहल्ला का है। जहां कश्मीरी पंडितों के साथ ऐसी घटना हो रही है। इस मामले को लेकर कश्मीर पुलिस ने एक टीम गठित की है। जो इस आग लगाने का कारण पता लगाएगी। दरअसल, कश्मीरी पंडितों के एक खाली घर में आग लगा दी गई। फिर अलग-बगल के सभी घरों में यह आग फैल गई। जिसमें 5 कश्मीरी पंडितों के घर धू-धू कर के जल गए। यह घटना सोमवार रात 1 बजे की है। स्थानीय लोगों ने दमकल विभाग को सूचित किया। दमकल की टीम करीब 2 बजे मौके पर 5 ट्रेकों के साथ पहुंची। इस आग पर काबू पाने में करीब 5 घंटे लग गए। जानकारी के अनुसार इस घटना में 1 मकान तो पूरी तरह जमींदोज हो गया।
फायर ब्रिगेड ने कही ये बात
इस मामले को लेकर फायर ब्रिगेड की टीम ने और अधिक जानकारी दी। उनके ऑफिसर निस्सार अहमद ने बताया कि, "जैसे ही विभाग को सुचना मिली। दमकल की गाड़ियां वहां के लिए निकल गई। कश्मीरी पंडितों का आरोप है कि ये जानबूझकर किया गया है।" फारूक अब्दुल्लाह की पार्टी ने इस घटना पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि, "तबाह हुए घरों में से एक उसके अतिरिक्त प्रवक्ता रहे उमेश ताशी के ननिहाल का घर है। साथ ही पार्टी ने जांच की मांग करते हुए न्याय सुनिश्चित करने की अपील पुलिस से की है।"